पटना न्यूज: पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र में घनी आबादी के बीच चल रही नमकीन फैक्ट्रियों पर प्रदूषण विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए छापेमारी की है। ये फैक्ट्रियां प्रदूषण फैलाकर आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रही थीं, जिससे स्थानीय लोगों को कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा था। विभाग ने यहां पर तीन फैक्ट्रियों पर एक साथ छापा मारा, जिससे फैक्ट्री संचालकों में हड़कंप मच गया।
फैक्ट्रियों से बढ़ता प्रदूषण, लोगों के लिए बना खतरा
मालसलामी थाना क्षेत्र में प्रदूषण विभाग की टीम ने तीन फैक्ट्रियों पर जांच की। यहां टीम ने पाया कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं और अन्य प्रदूषण स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। फैक्ट्रियों के कारण आस-पास के लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। छापेमारी के दौरान कई फैक्ट्री संचालक भी गायब मिले, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया।
घनी आबादी में संचालित फैक्ट्रियों को मिलेगी नोटिस
संबंधित आर्टिकल्स
Bihar politics Live Bihar Band: पीएम मोदी की मां को लेकर विवाद गहराया, 4 सितम्बर को एनडीए ने किया बंद का ऐलान
Bihar Chunav 2025 Live: बयानबाजी और भावनाओं की गर्मी, नेताओं की सख्त चेतावनी
Bihar News Today Live: राहुल गांधी का बड़ा आरोप और पूरे राज्य की ताज़ा खबरें
Tej Pratap Yadav: का बयान, भाई बीरेंद्र पर फिर साधा निशाना
Bihar Chunav 2025 Update: मनेर में तेज प्रताप यादव का शक्ति प्रदर्शन
Ranju Devi Rahul Gandhi Vote Theft Allegations: रंजू देवी के खुलासे से राहुल गांधी घिरे, ”वोट चोरी” विवाद पर जेपी नड्डा का वार
प्रदूषण विभाग के अधिकारी दिग्विजय सिंह ने बताया कि ये फैक्ट्रियां रिहायशी इलाकों से कम से कम 25 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए थीं। अब इन्हें विभाग की ओर से नोटिस जारी किया जाएगा कि वे अपनी फैक्ट्रियां घनी आबादी से दूर स्थानांतरित करें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
छापेमारी के दौरान स्थानीय निवासियों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। उनका कहना है कि फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं से आस-पास के घरों और छतों पर रखे कपड़े भी गंदे हो जाते हैं, और लगातार आग लगने का खतरा बना रहता है। लोग अपने घरों में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और प्रदूषण के कारण जीना मुश्किल हो गया है।
प्रदूषण विभाग की सख्त नजर
प्रदूषण विभाग ने इन फैक्ट्रियों पर जल्द ही नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है और चेतावनी दी है कि अगर फैक्ट्री संचालकों ने समय पर कदम नहीं उठाया तो उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कदम से स्थानीय निवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है और रिहायशी इलाकों में प्रदूषण का स्तर कम होगा।
प्रदूषण विभाग की इस पहल का उद्देश्य घनी आबादी के बीच चल रही इन प्रदूषणकारी फैक्ट्रियों को दूर स्थानांतरित करना है ताकि स्थानीय लोगों को एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।
इसे भी पढ़े :-
- बिहार: डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार पर लगेगा कड़ा शिकंजा, नया कानून लागू
- दरभंगा का युवक बेंगलुरु में गायब: क्या है सच? जानिए पूरी कहानी
- डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा का बड़ा ऐलान: शराब से मौत छिपाने वाले अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा
- बिहार: नालंदा में पुरानी रंजिश के कारण अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या, पुलिस ने किया एक आरोपी को गिरफ्तार
- इस दिवाली ₹0 डाउन पेमेंट में घर ले जाएं Honda Dio 125 Scooter, पाएं ₹5,999 तक का डिस्काउंट