दरभंगा: दरभंगा न्यूज में सामने आई एक चिंताजनक रिपोर्ट के अनुसार, मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर (एमसीएच) सेंटर में एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां परिजन अपने नवजात बच्चों को गोद में लेकर शिशु विभाग तक जाने के लिए मजबूर हैं। इस स्थिति से न केवल बच्चों को परेशानी हो रही है, बल्कि परिजनों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को, ममीना खातून ने अपने पोते को गोद में लेकर शिशु विभाग के डॉक्टर से दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया, “एमसीएच से शिशु विभाग तक जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली। एक ऑटो वाले को विनती करके 50 रुपये में शिशु विभाग पहुंची, लेकिन एमसीएच तक लौटने के लिए हमारे पास पैसे नहीं थे।”
इस समस्या के साथ-साथ, कई लोगों को दवाइयों की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है। पूजा कुमारी के परिजनों ने बताया कि उन्हें इंट्रा कैप खुद खरीदकर लाना पड़ा। वहीं, सिकंदर कुमार ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान कुछ दवाइयां अस्पताल से मिलीं, लेकिन कुछ बाहर से खरीदनी पड़ीं।
शाहीन प्रवीण, जो 7 महीने से गर्भवती हैं, ने बताया कि उन्हें उल्टी की दवा ओंडम नहीं मिली, जिससे उन्हें इसे बाहर से खरीदना पड़ा। पेट में गैस का सिरप और ट्रामाडोल टैबलेट भी उपलब्ध नहीं थे, जो मरीजों की समस्या को और बढ़ा रहे हैं।
डॉ. हरेंद्र कुमार, उपाधीक्षक ने कहा, “नवजात को लेकर जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा दी गई है। अगर इस सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है, तो इसे सुधारने के लिए कदम उठाए जाएंगे।”
निष्कर्ष
दरभंगा न्यूज में इस स्थिति से स्पष्ट है कि मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर में एंबुलेंस की कमी और दवाइयों की उपलब्धता का संकट, मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। अधिकारियों को इस मुद्दे पर शीघ्र ध्यान देने की आवश्यकता है।
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