बिहार की राजधानी पटना के संपतचक बाजार में इस बार नवरात्रि के मौके पर राज्य का सबसे ऊंचा पंडाल बनाया गया है। इसकी ऊंचाई 151 फीट और चौड़ाई 80 फीट है। इसे झारखंड के जामताड़ा से आए 15 कारीगरों ने डेढ़ महीने में तैयार किया है। इस भव्य पंडाल की खूबसूरती और अनोखी डिज़ाइन लोगों को काफी आकर्षित कर रही है।
सिद्धपीठ बड़की दुर्गा मंदिर की तर्ज पर तैयार
इस पंडाल का डिज़ाइन बेगूसराय के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बड़की दुर्गा मंदिर के तर्ज पर किया गया है। यह मंदिर एशिया का सबसे ऊंचा माता का मंदिर माना जाता है। नवरात्रि के दौरान यहां भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। पटना के इस पंडाल को देखने के लिए न केवल शहर बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग आ रहे हैं।
पंडाल बनाने वाले कारीगरों का समर्पण
संबंधित आर्टिकल्स
Girls Died In Patna Road Accident: पटना सड़क हादसे में दो बच्चियों की दर्दनाक मौत
दरभंगा में दर्दनाक सड़क हादसा: बारात में निकले तीन में से दो की मौत, एक की जिंदगी की जंग जारी
बाहुबली मुन्ना शुक्ला का बड़ा कदम: मुजफ्फरपुर से पटना कोर्ट में आत्मसमर्पण
बीपीएससी शिक्षिका की फंदे से लटकी मिली लाश, अयोध्या से नौकरी के लिए आई थी मधेपुरा
Ram Mandir: अयोध्या नहीं गए तो क्या हुआ, पटना के डाकबंगला चौराहे पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन, पूरा पढ़े..
Earthquake in Patna: पटना में आई भूकंप, पटना समेत कई जिलों में हिली धरती
पंडाल तैयार करने वाले कारीगर मुस्लिम समुदाय से हैं और वे निर्माण के दौरान पूरी तरह सात्विक जीवन शैली का पालन करते हैं। इस दौरान वे अंडा, मांस और मछली का सेवन नहीं करते। कारीगरों ने बताया कि वे पिछले 10 साल से पंडाल बना रहे हैं और हर बार सात्विकता का खास ख्याल रखते हैं।
1971 से जारी है परंपरा
संपतचक में यह नवरात्रि पूजा 1971 से हो रही है। पहले यहां केवल एक छोटा गांव था, लेकिन अब यह आयोजन एक बड़ा उत्सव बन चुका है। 40 से 50 गांवों के लोग इस आयोजन में शामिल होते हैं और मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा करते हैं।
35 लाख की लागत से बना पंडाल
इस विशाल पंडाल को बनाने में लगभग 30 से 35 लाख रुपए खर्च हुए हैं। पंडाल की ऊंचाई इसे बिहार का सबसे ऊंचा पंडाल बनाती है। पिछले साल यहां अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया गया था, लेकिन इस साल इसकी भव्यता पहले से भी ज्यादा है।
पटना का यह पंडाल नवरात्रि के अवसर पर धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विविधता का एक प्रतीक बन गया है, जिसे देखने हर कोई उत्सुक है।
इसे भी पढ़े :-
- बिहार में देश का पहला अत्याधुनिक डेटा लैब, अब सभी विभागों के आंकड़े मिलेंगे एक जगह
- मिठाई दुकानों पर छापेमारी: जांच के लिए भेजे गए सैंपल
- बाढ़ में डूबने की दिल दहला देने वाली घटना: दरभंगा के गांवों में मचा हड़कंप
- बिहार में वज्रपात ने मचाया कहर, एक युवक की जान चली गई और दो अन्य युवक घायल हो गए। साथ ही, दो गायों की भी मौत हो गई।
- बिहार की बाढ़ से बन रहे हैं लखपति: जानें कैसे चंदन की लकड़ी कर रही है कमाल