धर्म

Chhath Puja 2025 Nahay Khay: नहाय-खाय पर करें ये शुभ दान, छठी मईया की कृपा से मिलेगा सुख-संपन्नता का आशीर्वाद

ज्योतिष

Aaj Ka Rashifal 25 October 2025: वृश्चिक समेत इन राशियों की बदलेगी किस्मत, जानें आज का भविष्यफल

ज्योतिष

Aaj Ka Love Rashifal 25 October 2025: शनिदेव करेंगे कमाल! आज इन 3 राशियों की लव लाइफ चमकेगी

धर्म

Aaj Ka Panchang 25 October 2025: शनिदेव की कृपा आज बरसेगी, जानिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल और तिथि का पूरा विवरण!

भोजपुरी न्यूज़

Akshara Singh Chhath Geet: अक्षरा सिंह ने छोड़ी फिल्म की शूटिंग, छठी मैया गीत ने मचाया धमाल

भोजपुरी न्यूज़

Kajal Raghwani Chhath Geet: छठ से पहले भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी का नया भक्ति गीत वायरल

भोजपुरी न्यूज़

Pawan Singh Chhath Geet: भोजपुरी स्टार पवन सिंह का छठ गीत ‘जोड़े जोड़े फलवा’ फिर ट्रेंडिंग में! फैंस बोले – ‘हर साल यही बजता है’

फाइनेंस

Stocks Market Price Today: आज इन 10 दमदार शेयरों में दिखेगा जबरदस्त उछाल – पूरी लिस्ट देखें!

न्यूज़ / Republic of Balochistan: बलूचिस्तान के आज़ाद होने से करोड़ों हिंदुओं के लिए हिंगलाज माता मंदिर और कटासराज के द्वार खुल सकते हैं

Republic of Balochistan: बलूचिस्तान के आज़ाद होने से करोड़ों हिंदुओं के लिए हिंगलाज माता मंदिर और कटासराज के द्वार खुल सकते हैं

Reported by: Ground Repoter | Written by: Saurabh Thakur | Agency: SN Media Network
Last Updated:

Republic of Balochistan: नमस्कार मैं सौरभ ठाकुर samastipurnews.in से आपको बताते चले की 16 मई 2025 को बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की खबरों के बीच एक नया आध्यात्मिक अध्याय खुलने की संभावनाएं बन रही हैं। यह केवल राजनीतिक या कूटनीतिक विषय नहीं है, बल्कि करोड़ों भारतीय हिंदुओं के लिए एक धार्मिक पुनर्जागरण का संकेत हो सकता है।

Republic of Balochistan: क्या वास्तव में बलूचिस्तान बना स्वतंत्र देश?

Republic of Balochistan News इन दिनों हर तरफ छाया हुआ है। बलूच विद्रोहियों ने हाल ही में खुद को एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया है। पाकिस्तान की नीतियों से त्रस्त होकर बलूच नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र से मदद मांगी है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बलूचिस्तान को अलग राष्ट्र का दर्जा मिल सके।

Republic of Balochistan के स्वतंत्र होने की घोषणा के बाद हिंगलाज माता मंदिर तक भारतीय श्रद्धालुओं की पहुंच की संभावनाRepublic of Balochistan: बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के बाद हिंगलाज माता मंदिर तक भारतीय श्रद्धालुओं की आसान पहुंच की उम्मीद

संबंधित आर्टिकल्स

सोशल मीडिया पर छाया Elvish Yadav और Premanand Ji का Video, महाराज ने दी चौंकाने वाली सलाह!

Aaj Ki Breaking News LIVE: GST परिषद की बैठक शुरू, आम जनता को मिल सकती है बड़ी राहत!

मोदि और शी जिनपिंग की अहम मुलाकात दोस्ती के नए अध्याय की शुरुआत

Live Breaking News Today: उपराष्ट्रपति चुनाव नामांकन और 130वां संविधान संशोधन विधेयक पेश

SSC Exam Protest: 31 जुलाई को दिल्ली में गूंजा छात्रों का गुस्सा, कई शिक्षक गिरफ्तार

Israel Hezbollah Conflict: इस्राइली हमले में हिजबुल्ला कमांडर मारा गया, तनाव फिर चरम पर

यह सिर्फ राजनीतिक विद्रोह नहीं है, बल्कि पूरे उपमहाद्वीप की रणनीतिक स्थिति को प्रभावित करने वाला कदम बन सकता है। भारत की रणनीति, पाकिस्तान की स्थिरता और दक्षिण एशिया की धार्मिक-आध्यात्मिक स्थिति भी इससे बदल सकती है।

इसे भी पढ़े

हिंगलाज माता मंदिर: करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक

अगर बलूचिस्तान सच में स्वतंत्र हो जाता है, तो हिंगलाज माता मंदिर तक भारतीय हिंदुओं की सीधी पहुंच संभव हो सकती है। यह मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लासबेला जिले में स्थित है और हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है।

यहां मान्यता है कि माता सती का मस्तक यहीं गिरा था। इसलिए इसे हिंगलाज शक्तिपीठ भी कहा जाता है। यह मंदिर सिंधी और बलूच हिंदू समुदायों में विशेष रूप से पूजनीय है और देवी को 'नानी मां' के नाम से भी जाना जाता है।

इसे भी पढ़े

वर्तमान में क्यों नहीं पहुंच पाते भारतीय श्रद्धालु?

फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण भारतीय श्रद्धालुओं की हिंगलाज तक पहुंच लगभग असंभव है। ना सीधी उड़ानें हैं, ना ही सहज वीज़ा सुविधा। लेकिन अगर बलूचिस्तान स्वतंत्र होता है और भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाता है, तो यहां तक की यात्रा उतनी ही आसान हो सकती है जितनी करतारपुर गुरुद्वारे तक सिख तीर्थयात्रियों के लिए।

Republic of Balochistan: हिंगलाज तीर्थयात्रा को मिलेगा नया जीवन

Hinglaj Yatra को आज भी अत्यंत कठिन और साहसी यात्रा माना जाता है। यहां जाने वाले श्रद्धालु रेगिस्तान, पहाड़ और नदी पार करके मंदिर तक पहुंचते हैं। अगर यह इलाका एक स्वतंत्र और मित्रवत राष्ट्र बनता है, तो यहां न केवल बुनियादी ढांचा सुधरेगा, बल्कि भारत से सीधी यात्रा का मार्ग भी खुल सकता है।

इसे भी पढ़े

कटासराज मंदिर: वह तीर्थ जो अभी भी इंतज़ार में है

कटासराज मंदिर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले में स्थित एक अत्यंत पवित्र स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसके परिसर में कई छोटे-बड़े मंदिर हैं। यहां स्थित 'कटास कुंड' के बारे में मान्यता है कि यह शिव के आंसुओं से बना था।

यहां कभी आदि शंकराचार्य ने भी दर्शन और वेदांत का प्रचार किया था। माना जाता है कि पांडवों ने भी अपने वनवास के समय यहां समय बिताया था।

इसे भी पढ़े

क्या Republic of Balochistan भारत के लिए नया अवसर है?

यदि बलूचिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरता है और भारत के साथ सहयोग करता है, तो भारत के लिए न केवल रणनीतिक लाभ हैं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भी यह एक बड़ा अवसर होगा। यह धार्मिक स्थलों की पुनर्प्राप्ति और हिंदू तीर्थयात्रा के लिए क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।

मुस्लिम समुदाय की भी आस्था

हिंगलाज माता मंदिर की खास बात यह है कि वहां न केवल हिंदू श्रद्धालु बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी देवी को 'नानी पीर' के रूप में पूजते हैं। यह धार्मिक सौहार्द का अद्भुत उदाहरण है, जो भविष्य में दो देशों के बीच शांति की नींव रख सकता है।

बलूचिस्तान की आज़ादी का असर सिर्फ राजनीतिक नहीं होगा

इस बदलाव का असर न केवल पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति पर होगा, बल्कि भारतीय उपमहाद्वीप की धार्मिक धरोहरों पर भी पड़ेगा। Republic of Balochistan के स्वतंत्र होने से हिंगलाज माता मंदिर और कटासराज मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थल फिर से जीवंत हो सकते हैं।

भारत के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए बलूचिस्तान की स्वतंत्रता एक नई शुरुआत की उम्मीद बन सकती है। जहां एक ओर पाकिस्तान के लिए यह चुनौती है, वहीं भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है — आस्था, संस्कृति और संबंधों को फिर से जीवंत करने का।

धन्यवाद मैं सौरभ ठाकुर samastipurnews.in से और आपको ऐसे ही लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमारे वेबसाइट को फॉलो करें और हमारे आदर्श सोशल मीडिया पर जाकर हमें फॉलो कर सकते हैं धन्यवाद।

इन्हे भी पढ़ें:-


ABOUT THE AUTHOR

Saurabh Thakur
Saurabh Thakur

Saurabh Thakur is the Founder and CEO of SamastipurNews.in, a prominent news website known for delivering reliable and comprehensive coverage of Samastipur and regional news. With over a decade of experience in the media industry, Saurabh has established himself as a seasoned journalist and dedicated news editor. ...और पढ़ें


Samastipur News को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।


Tags :

First Published : मई 16, 2025, 08:13 पूर्वाह्न IST

न्यूज़ / Republic of Balochistan: बलूचिस्तान के आज़ाद होने से करोड़ों हिंदुओं के लिए हिंगलाज माता मंदिर और कटासराज के द्वार खुल सकते हैं