प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नियों को समन जारी किया है। इस मामले में दोनों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब उनकी पत्नियों से पूछताछ की जाएगी।
समन और पूछताछ का आदेश
ईडी ने दोनों पत्नियों को निर्देश दिया है कि वे अगले दो दिनों के भीतर प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पेश हों। यह नोटिस मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच के तहत जारी किया गया है।
ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद गिरफ्तारी
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इससे पहले ईडी ने संजीव हंस और गुलाब यादव के ठिकानों पर कई बार छापेमारी की थी।
- इन छापों के दौरान अवैध संपत्तियों और अर्जित धन का बड़ा खुलासा हुआ।
- ईडी के मुताबिक, जांच में पता चला कि दोनों ने अवैध तरीके से बड़ी संपत्ति बनाई है, जिसके दस्तावेज उनकी पत्नियों के नाम पर हैं।
- जांच के इसी क्रम में उनकी पत्नियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
क्या हैं आरोप?
- IAS संजीव हंस:
- मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए बड़ी मात्रा में अवैध धन का लेनदेन।
- भ्रष्टाचार के जरिए संपत्ति अर्जित करने का आरोप।
- गुलाब यादव (पूर्व विधायक):
- राजनीति में रहते हुए कई अवैध सौदों और वित्तीय गड़बड़ियों में संलिप्तता।
- काले धन को सफेद करने की साजिश।
ईडी की जांच में अब तक क्या हुआ?
- छापेमारी:
- पटना और आसपास के क्षेत्रों में कई ठिकानों पर छापे।
- इन छापों में करोड़ों रुपये की संपत्तियों का पता चला।
- गिरफ्तारी:
- प्रारंभिक जांच के बाद संजीव हंस और गुलाब यादव को गिरफ्तार किया गया।
- परिवार पर भी जांच का दायरा:
- जांच के दौरान पाया गया कि संपत्तियों का एक हिस्सा उनके परिजनों के नाम पर है।
- इसी सिलसिले में अब पत्नियों से पूछताछ की जाएगी।
निष्कर्ष
ईडी की इस कार्रवाई ने मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती को फिर से उजागर किया है। आगे की जांच में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। देशभर की नजरें इस मामले पर टिकी हैं, क्योंकि यह भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ एक अहम कदम माना जा रहा है।
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