भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के अठनिया दियारा में गुरुवार देर रात एक भीषण अग्निकांड में परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में 29 वर्षीय महिला और उसके दो मासूम बच्चे शामिल हैं, जबकि परिवार के मुखिया गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
घटना का विवरण
गौतम यादव नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ घर में सो रहा था, जब अचानक घर में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि परिवार के सभी सदस्य इसकी चपेट में आ गए।
- मृतक: गौतम यादव की पत्नी वर्षा देवी (29), बेटा आयुष (7), और बेटी ज्योति कुमारी (4)।
- घायल: गौतम यादव को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
- संपत्ति नुकसान: घर में रखा सारा सामान भी आग में जलकर राख हो गया।
स्थानीय लोगों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
संबंधित आर्टिकल्स
Bihar politics Live Bihar Band: पीएम मोदी की मां को लेकर विवाद गहराया, 4 सितम्बर को एनडीए ने किया बंद का ऐलान
Bihar Chunav 2025 Live: बयानबाजी और भावनाओं की गर्मी, नेताओं की सख्त चेतावनी
Bihar News Today Live: राहुल गांधी का बड़ा आरोप और पूरे राज्य की ताज़ा खबरें
Tej Pratap Yadav: का बयान, भाई बीरेंद्र पर फिर साधा निशाना
Bihar Chunav 2025 Update: मनेर में तेज प्रताप यादव का शक्ति प्रदर्शन
Ranju Devi Rahul Gandhi Vote Theft Allegations: रंजू देवी के खुलासे से राहुल गांधी घिरे, ”वोट चोरी” विवाद पर जेपी नड्डा का वार
घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने बचाव कार्य में मदद की और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। पुलिस और दमकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
आग लगने का कारण अज्ञात
पुलिस ने बताया कि आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। पुलिस स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाकर मामले की जांच कर रही है।
गांव में शोक का माहौल
घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतका वर्षा देवी और उसके बच्चों की मौत से इलाके के लोग स्तब्ध हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा और मदद देने की मांग की है।
सावधानी की आवश्यकता
यह हादसा आग से संबंधित सुरक्षा उपायों के महत्व को रेखांकित करता है। ग्रामीण इलाकों में अक्सर ऐसे हादसे होते हैं, जहां आग बुझाने की सुविधाओं की कमी होती है। प्रशासन और स्थानीय निकायों को ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
समाज को संदेश
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि छोटी-छोटी लापरवाहियां कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती हैं। पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए यह जरूरी है कि लोग आग से बचाव के उपायों पर ध्यान दें और प्रशासन सतर्कता बरते।
इसे भी पढ़े :-