हाजीपुर: बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि मरीज अब वहां इलाज करवाने से कतराते हैं और प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं। रविवार को हाजीपुर में एक प्राइवेट अस्पताल के उद्घाटन के दौरान उन्होंने यह बातें कही।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा हमला
तेज प्रताप यादव ने कहा, "बिहार में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बिगड़ चुकी हैं। मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभा नहीं पा रहे हैं, जिसके चलते लोग सरकारी अस्पतालों की बजाय प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाना पसंद करते हैं।"" उन्होंने मरीजों से भी अपील की कि वे सरकारी अस्पतालों को छोड़कर प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाएं।
महुआ विधानसभा से जुड़ा पुराना नाता
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तेज प्रताप यादव ने अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र महुआ का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के लोगों से उनका गहरा जुड़ाव है। उन्होंने कहा, "महुआ में मैंने सड़क और अस्पताल जैसी बुनियादी जरूरतों को सुधारने का काम किया है। अगर महुआ की जनता चाहती है, तो 2025 के चुनाव में मैं यहां से उम्मीदवार बनूंगा।"
महिला संवाद यात्रा पर तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर सवाल उठाते हुए तेज प्रताप ने कहा, "यह यात्रा व्यर्थ है। बिहार में हत्या, लूट और रेप जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। महिलाओं का इस तरह अपमान करना ठीक नहीं है।"
सरकारी अस्पतालों की उपेक्षा पर चिंता
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी और प्रशासनिक लापरवाही के चलते मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। तेज प्रताप ने सरकार से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की मांग की और इसे प्राथमिकता देने की अपील की।
निष्कर्ष
तेज प्रताप यादव के इन बयानों से बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी अपील और सुझाव क्या असर डालते हैं, यह देखना बाकी है।
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