ज्योतिष

Aaj Ka Love Rashifal 27 October 2025: इन 4 राशियों की लव लाइफ में आएगा तूफान, टूट सकते हैं रिश्ते!

धर्म

Aaj Ka Panchang 27 October 2025: जानें आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, अभिजीत मुहूर्त, चंद्र नक्षत्र

धर्म

Chhath Puja 2025 Nahay Khay: नहाय-खाय पर करें ये शुभ दान, छठी मईया की कृपा से मिलेगा सुख-संपन्नता का आशीर्वाद

ज्योतिष

Aaj Ka Rashifal 25 October 2025: वृश्चिक समेत इन राशियों की बदलेगी किस्मत, जानें आज का भविष्यफल

ज्योतिष

Aaj Ka Love Rashifal 25 October 2025: शनिदेव करेंगे कमाल! आज इन 3 राशियों की लव लाइफ चमकेगी

धर्म

Aaj Ka Panchang 25 October 2025: शनिदेव की कृपा आज बरसेगी, जानिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल और तिथि का पूरा विवरण!

भोजपुरी न्यूज़

Akshara Singh Chhath Geet: अक्षरा सिंह ने छोड़ी फिल्म की शूटिंग, छठी मैया गीत ने मचाया धमाल

भोजपुरी न्यूज़

Kajal Raghwani Chhath Geet: छठ से पहले भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी का नया भक्ति गीत वायरल

बिहार न्यूज़ / बिहार में ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसानों की चमक रही किस्मत, एक बार की लागत और सालों का मुनाफा

बिहार में ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसानों की चमक रही किस्मत, एक बार की लागत और सालों का मुनाफा

Reported by: Ground Repoter | Written by: Saurabh Thakur | Agency: SN Media Network
Last Updated:

गया (बिहार): बिहार के गया जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती किसानों के लिए तेजी से आकर्षण का केंद्र बन रही है। यह विदेशी फल, जो लंबे समय तक उत्पादन देने के लिए जाना जाता है, अब किसानों की पसंदीदा फसल बन गई है। ड्रैगन फ्रूट की खेती में एक बार की लागत होती है, लेकिन इसके बाद यह फसल 20 से 25 वर्षों तक लगातार फल देती रहती है। बाजार में इसकी कीमत 200 से 400 रुपये प्रति किलो तक होती है, जिससे किसानों को मुनाफे की गारंटी मिल रही है।

प्रशिक्षण और अवसर

उद्यान विभाग ने ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए जिले के 30 किसानों को किशनगंज के डॉ. अब्दुल कलाम कृषि विश्वविद्यालय में विशेष प्रशिक्षण के लिए भेजा था। यहां उन्हें खेती की तकनीक और इसके फायदे के बारे में जानकारी दी गई। गया जिले का पठारी क्षेत्र और यहां की कम वर्षा इस खेती के लिए बेहद अनुकूल मानी जाती है, जिससे उत्पादन में वृद्धि की संभावनाएं और अधिक हो जाती हैं।

जलवायु संबंधी चुनौतियों के समाधान

संबंधित आर्टिकल्स

तेज प्रताप यादव ने नई पार्टी और चुनाव चिन्ह के साथ चुनावी मैदान में एंट्री की

समस्तीपुर में ट्रेन पर पथराव! स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में मची अफरातफरी

समस्तीपुर में नाबालिग छात्रा की रहस्यमयी मौत! खेत में मिली लाश, पिता ने किया सनसनीखेज खुलासा

समस्तीपुर में मौसम की मार: पुलिस ने की कार्रवाई, जानें क्या है पूरा मामला

समस्तीपुर का सुभीत: रणजी ट्रॉफी में अंपायरिंग कर बदलेंगे क्रिकेट की तस्वीर

तेज रफ्तार टेंपो पलटा, हादसे में युवक की मौत; परिवार में छाया मातम

हालांकि, जिले का बढ़ता तापमान किसानों के लिए चिंता का विषय है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सुझाव दिया है कि अगर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है, तो फसल को सुरक्षित रखने के लिए शेड नेट का उपयोग किया जा सकता है। यह तकनीक तापमान के नुकसान से बचाने में मदद करेगी और उत्पादकता पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा।

किसानों का अनुभव

डोभी के किसान अशोक कुमार और गुरारू के संजय कुमार, जो इस प्रशिक्षण का हिस्सा थे, ने बताया कि उन्हें ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। उनका कहना है, “हम जल्द ही बड़े पैमाने पर इसकी खेती शुरू करेंगे। जैसे गया जिला मशरूम उत्पादन में अग्रणी है, वैसे ही हम ड्रैगन फ्रूट की खेती में भी सफलता प्राप्त करेंगे।”

ड्रैगन फ्रूट की खेती में उज्जवल भविष्य

ड्रैगन फ्रूट की खेती गया के किसानों के लिए एक नई क्रांति साबित हो रही है। कम लागत, लंबी उत्पादन अवधि और बेहतर मुनाफे के चलते यह फसल गया जिले में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। किसानों को उम्मीद है कि वे इस फसल के जरिए आत्मनिर्भर बन सकेंगे और अपनी आय में बढ़ोतरी कर पाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फसल आने वाले समय में बिहार के कृषि परिदृश्य को बदल सकती है।

इसे भी पढ़े :-


ABOUT THE AUTHOR

Saurabh Thakur
Saurabh Thakur

...और पढ़ें


Samastipur News को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।


Tags :

First Published : अक्टूबर 3, 2024, 12:38 अपराह्न IST

बिहार न्यूज़ / बिहार में ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसानों की चमक रही किस्मत, एक बार की लागत और सालों का मुनाफा