पूर्णिया: बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव एक बार फिर से सुर्खियों में हैं, इस बार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उनके जमीनी प्रयासों की हर ओर चर्चा हो रही है। बिहार में बाढ़ ने कोहराम मचा रखा है, कई जिले पानी में डूब चुके हैं और लाखों लोग बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में जब लोग अपने जनप्रतिनिधियों से उम्मीद लगाए बैठे हैं, पप्पू यादव कोसी-सीमांचल क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में सक्रिय रूप से लोगों की मदद कर रहे हैं।
बाढ़ पीड़ितों के बीच भागती पप्पू यादव की बुलेट
सांसद पप्पू यादव अपनी कार और बुलेट पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री और आर्थिक मदद पहुंचा रहे हैं। नवहट्टा प्रखंड के कोसी पूर्वी तटबंध पर जब वे बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे, तो वहां की हालत देखकर भावुक हो गए। लोगों ने जिला प्रशासन और अंचल प्रशासन की लापरवाही की शिकायत की, जिसे सुनकर उनकी भी आंखें नम हो गईं।
पैसे और राशन का वितरण
पप्पू यादव ने अपने कार की छत से पैसे से भरा बैग निकाला और पीड़ित परिवारों को 500 से लेकर 5000 रुपये तक की आर्थिक मदद दी। इसके अलावा, उन्होंने बुलेट पर सवार होकर पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया और लोगों से उनकी समस्याएं सुनीं। सोशल मीडिया पर पप्पू यादव के इस प्रयास की जमकर तारीफ हो रही है, जहां लोग उनके इस मानवीय चेहरे को सराह रहे हैं।
राजनीति पर हमला और बाढ़ पीड़ितों की मदद
पप्पू यादव ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के दौरान कहा कि वे मानवता की सेवा में विश्वास रखते हैं और राजनीति से ऊपर उठकर लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र को आपदा प्रभावित घोषित करने और राहत पहुंचाने की मांग भी की। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “दूसरे लोग राजनीति कर सकते हैं, लेकिन हम सिर्फ मानवता की सेवा कर रहे हैं।”
पहले भी रहे हैं चर्चा में
पप्पू यादव का यह मानवीय चेहरा पहले भी कई बार सामने आ चुका है। पटना में जब कई मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया था, तब पप्पू यादव कमर भर पानी में उतरकर लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाते दिखे थे। कोरोनाकाल के दौरान भी वे प्रवासी मजदूरों की मदद करते और उन्हें पैसे बांटते नजर आए थे। उनके इस सेवा भाव की जनता खूब तारीफ करती है और वे लोगों की मदद करने में सबसे आगे रहते हैं।
इसे भी पढ़े :-
- बिहार में ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसानों की चमक रही किस्मत, एक बार की लागत और सालों का मुनाफा
- 589 सक्षमता पास शिक्षकों की नौकरी पर संकट, प्रमाणपत्रों की जांच के लिए गठित समिति
- बिहार में 3.52 लाख छात्रों का दोहरा नामांकन उजागर, सरकारी योजनाओं के लाभ पर लगी रोक
- गया में तीन अलग-अलग जगहों पर मिली तीन महिलाओं की लाश, मौत की पहेली सुलझाने में जुटी पुलिस
- बिहार समाचार: अब धूप-पानी से नहीं बर्बाद होगा अनाज, सरकार बना रही 205 गोदामों की योजना