मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड के ढोली और डूबहा स्टेशन के बीच मझौलिया रेल गुमटी के पास ट्रेन की चपेट में आने से ननद और भाभी की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब दोनों महिलाएं बाजार से सामान खरीदकर लौट रही थीं और रेल ट्रैक पार कर रही थीं।
मृतकों की पहचान
घटना में मृत महिलाओं की पहचान मझौलिया निवासी रामसेवक राय की पुत्री ढोरिया देवी और धर्मेंद्र राय की पत्नी संगीता देवी के रूप में हुई है। हादसे के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना डायल 112 और रेल पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना का विवरण
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पूर्व जिला परिषद सदस्य मोहम्मद फैयाज ने बताया कि सुजावलपुर इलाके में साप्ताहिक बाजार लगता है, जहां से दोनों महिलाएं सामान खरीदने गई थीं। बाजार से लौटते समय रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान वे ट्रेन की चपेट में आ गईं। हादसा इतना भीषण था कि दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।
घटनास्थल पर मचा कोहराम
घटना के समय ढोरिया देवी का 10 वर्षीय पुत्र भी उनके साथ था। उसने तुरंत यह दुखद सूचना परिजनों को दी। जैसे ही हादसे की खबर गांव पहुंची, परिजनों में चीख-पुकार मच गई। स्वजनों ने बताया कि ढोरिया और संगीता अपने परिवार की आर्थिक रीढ़ थीं। उनकी अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
घटनास्थल पर जुटे ग्रामीणों ने रेलवे और प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मझौलिया रेलवे फाटक पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। यह फाटक बिना बैरियर के है, जिससे लोग मजबूरी में ट्रैक पार करते हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले भी इस जगह पर कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
रेलवे और प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल
ग्रामीणों ने इस हादसे को रेलवे प्रशासन की घोर लापरवाही करार दिया है। उनका कहना है कि बिना सुरक्षा इंतजाम के इस तरह खुले ट्रैक से लोगों की जान को खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस फाटक पर जल्द से जल्द बैरियर लगाया जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
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