Bihar News: बिहार में बिजली कटौती की समस्या जल्द ही समाप्त होने वाली है। औरंगाबाद जिले के नबीनगर में "NTPC सुपर थर्मल पावर प्लांट" का निर्माण किया जा रहा है, जिसका कुल उत्पादन 2,400 मेगावाट होगा। इस पावर प्लांट को एलएंडटी कंपनी बना रही है, और इसके चालू होने के बाद राज्य में बिजली आपूर्ति में बड़ा सुधार आएगा, जिससे "बिहार में बिजली प्रोडक्शन" की क्षमता में भी इजाफा होगा।
औरंगाबाद में तैयार हो रहा है NTPC सुपर थर्मल पावर प्लांट
औरंगाबाद में "NTPC सुपर थर्मल पावर प्लांट" का निर्माण स्टेज टू के तहत किया जा रहा है, जिसमें 800 मेगावाट की तीन इकाइयाँ होंगी। इस परियोजना पर 29,947.91 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। "Bihar News" के अनुसार, यह पावर प्लांट 2025 तक निर्माण कार्य शुरू करेगा, और इसकी पहली इकाई 2028 तक तैयार होने की संभावना है। इसके पूरा होने पर, "बिहार में बिजली प्रोडक्शन" में बड़ा इजाफा होगा और राज्य में बिजली कटौती की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
बिहार NTPC पावर प्लांट में अब तक का सबसे बड़ा निवेश
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बिहार में "NTPC सुपर थर्मल पावर प्लांट" के निर्माण से राज्य में अब तक का सबसे बड़ा निवेश होने जा रहा है। औरंगाबाद के नबीनगर में पहले से ही 660 मेगावाट की तीन इकाइयां चालू हैं, जो 1,980 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही हैं। इस उत्पादन में से 82.5% बिजली यानी लगभग 1,634 मेगावाट "बिहार NTPC पावर प्लांट" से बिहार को मिलती है, जिससे राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं का एक बड़ा हिस्सा पूरा होता है। इसके अतिरिक्त, रेलवे को अलग से 1,000 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
बिहार में बिजली प्रोडक्शन में बड़ा इजाफा
"औरंगाबाद NTPC सुपर थर्मल पावर" प्रोजेक्ट की तीन नई इकाइयों के चालू होने के बाद औरंगाबाद में कुल बिजली उत्पादन 5,380 मेगावाट तक बढ़ जाएगा। "Bihar News" में यह भी बताया गया है कि नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की क्षमता 2,400 मेगावाट बढ़ने से यह परियोजना एक मेगा थर्मल पावर स्टेशन का दर्जा प्राप्त करेगी। इससे "बिहार में बिजली प्रोडक्शन" मे वृद्धि होगी और बिजली की समस्या को दूर की जाएगी ।
1,400 एकड़ जमीन पर तैयार होगा बिहार NTPC पावर प्लांट
"Bihar NTPC पावर प्लांट" को 1,400 एकड़ जमीन पर विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के पास पहले से रेलवे ट्रैक, वाटर पाइपलाइन और कूलिंग पांड जैसी आधारभूत संरचनाएं उपलब्ध हैं। इससे निर्माण कार्य में समय की बचत होगी और जल्दी निर्माण कार्य पूर्ण होने की संभावना बढ़ेगी। इसके अलावा, इन संरचनाओं को नए सिरे से बनाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि इनका विस्तार कर स्टेज टू में उपयोग किया जाएगा।
बिहार में बिजली कटौती को कहें अलविदा
नबीनगर में "NTPC सुपर थर्मल पावर प्लांट" के चालू हो जाने के बाद बिहार को बिजली की आपूर्ति के लिए दूसरे राज्यों की परियोजनाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इस पावर प्लांट के बनने से राज्य के कई हिस्सों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी, और "बिहार में बिजली प्रोडक्शन" की कमी को दूर किया जा सकेगा।
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