इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों पर हमला: बिहार के भागलपुर में असामाजिक तत्वों द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की पिटाई की घटना ने माहौल गरमा दिया। छात्रों ने इस हिंसा के विरोध में जीरोमाइल से सबौर जाने वाले एनएच 80 मार्ग को फतेहपुर चौक के पास जाम कर दिया। इस दौरान गुस्साए छात्रों ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की, जिसमें एक चाय की दुकान भी शामिल है।
क्या है मामला?
इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों पर हमला: यह घटना तब शुरू हुई जब इंजीनियरिंग कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र चाय पीने निकले थे। उसी दौरान दो स्थानीय युवक तेज रफ्तार में लहरिया कट मारते हुए बाइक चला रहे थे और कॉलेज की एक छात्रा को धक्का मार दिया। इसके बाद छात्रों ने उनका विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। विवाद बढ़ने के बाद युवकों ने छात्रों को धमकी दी और मौके से चले गए।
कुछ देर बाद, जब इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्र चाय पीने के लिए निकले, तो पहले से घात लगाए 12-15 असामाजिक तत्वों ने हॉकी स्टिक, चेन, बांस के टुकड़े और लाठियों से उन पर हमला कर दिया। इस हमले में कॉलेज के छह छात्र बुरी तरह घायल हो गए। सभी घायलों को जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद वे देर रात हॉस्टल वापस लौट आए।
छात्रों का विरोध और सड़क जाम
हमले के बाद गुस्साए छात्रों ने पूरे मामले की जानकारी अपने हॉस्टल के अन्य छात्रों को दी, जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने मिलकर एनएच 80 मार्ग को जाम कर दिया। छात्रों का यह विरोध करीब ढाई घंटे तक चला, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। छात्रों का गुस्सा इतना था कि उन्होंने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी कर दी।
प्रशासन की हस्तक्षेप और समाधान
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और इंजीनियरिंग कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षक मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की। काफी बातचीत के बाद, छात्र प्रशासन से बात करने के लिए तैयार हुए। कॉलेज के प्राचार्य और पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्र शांत हुए और जाम हटाया गया।
घायलों की हालत
इस हमले में घायल सभी छह छात्रों का इलाज मायागंज अस्पताल में किया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद वे अपने हॉस्टल लौट चुके हैं।
हमलावरों की पहचान
छात्रों का कहना है कि हमलावर स्थानीय असामाजिक तत्व थे, जिनमें से एक चाय दुकान के मालिक का संबंधी या पुत्र था। सभी आरोपी आसपास के इलाके के निवासी हैं और घटना के बाद से फरार हैं। पुलिस अब हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है।
असामाजिक तत्वों का बढ़ता दबदबा
यह घटना एक बार फिर से दिखाती है कि कैसे असामाजिक तत्वों का दबदबा बढ़ता जा रहा है और आम छात्रों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। छात्रों का कहना है कि यदि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे फिर से विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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