बेगूसराय में इलाज के लिए लिए गए कर्ज की तगादा से परेशान होकर एक युवक ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना बलिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर-19 में घटी। मृतक युवक, चंदन कुमार पासवान (35), स्थानीय निवासी कैलाश पासवान का बेटा था।
तीन बच्चों का भविष्य संकट में
चंदन, जो इलाज के लिए लिए गए कर्ज की मांग से परेशान था, अब अपनी पत्नी और तीन बच्चों के भविष्य की चिंता में डाल गया है। उसकी पत्नी ने कहा, “मेरे पति कर्ज के कारण बहुत परेशान थे, उनके ऊपर 5 लाख का कर्ज था।” चंदन के बच्चे खुशी, अंकित और रितिक अब अपने पिता की कमी को महसूस कर रहे हैं।
चंदन का संघर्ष और परिवार का हाल
चंदन का घर बलिया नगर परिषद के शक्ति चौड़ा में मुख्य सड़क के किनारे है। हालात को देखकर कोई भी यह समझ सकता है कि परिवार आर्थिक तंगी में है। चंदन की पहचान एक मिलनसार व्यक्ति के रूप में थी, जो नगर परिषद के ठेकेदार के लिए नल जल योजना में मरम्मत का कार्य करता था। वह अक्सर दूसरों की मदद भी करता था।
इलाज के लिए लिया गया कर्ज बना बोझ
चंदन ने अपने पिता और पत्नी की बीमारी के दौरान करीब चार लाख रुपये का कर्ज लिया था। इसके अलावा, भाई की शादी के लिए भी उसे एक लाख रुपये कर्ज लेना पड़ा। कमाई इतनी कम थी कि परिवार का पालन-पोषण करने के बाद भी वह महाजन को पैसे लौटा नहीं पाता था। इलाज के लिए लिए गए कर्ज की तगादा बढ़ती जा रही थी और कर्ज देने वाले लगातार दबाव बना रहे थे। रविवार को भी कर्ज देने वाले ने दो दिन के अंदर पैसा लौटाने की चेतावनी दी थी, जिसके कारण चंदन मानसिक तनाव में था। रविवार की शाम को जब वह घर लौटा तो उसने किसी को नहीं बताया कि वह परेशान है और फिर सोने चला गया।
पत्नी का दर्द और परिवार की स्थिति
चंदन की पत्नी सरिता देवी ने कहा, “कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया था कि हमें कोई देखने वाला नहीं था। हमारे घर में पानी भर गया था और रहने की स्थिति सही नहीं थी।” सरिता के अनुसार, चंदन हमेशा कहते थे कि कर्ज बहुत हो गया है, लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं बताया कि किससे कितना कर्ज लिया है।
आत्महत्या की घटना की जानकारी
चंदन का शव फंदे से लटका मिला। परिवार ने बताया कि वह रात में खाना खाकर सोने गया था। सुबह जब देखा गया, तो वह फंदे पर लटका हुआ था। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता चौधरी अफजल ने कहा कि चंदन का कर्ज के कारण हमेशा तनाव में रहना किसी को नहीं पता था। उन्होंने इस घटना को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया।
इस प्रकार, बेगूसराय में इलाज के लिए लिए गए कर्ज की तगादा से परेशान चंदन की आत्महत्या ने परिवार के साथ-साथ पूरे समाज में एक गहरी चिंता पैदा कर दी है, जिसमें कर्ज के बढ़ते बोझ और मानसिक तनाव के मुद्दों को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है।
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