मुजफ्फरपुर के बोचहां चौक के समीप दरभंगा-पटना नेशनल हाईवे पर सोमवार सुबह घने कुहासे की वजह से दो यात्री बसों में टक्कर हो गई। घटना के समय दोनों बसों में लगभग 30 यात्री सवार थे, जो पटना और मधुबनी के बीच यात्रा कर रहे थे। इस दुर्घटना में बसों को मामूली क्षति पहुंची, जबकि कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आईं। किसी की भी जान को खतरा नहीं हुआ और यात्रियों में से किसी ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई।
घने कुहासे के कारण हुई टक्कर
सुबह के समय घना कुहासा छाया हुआ था, जिससे नेशनल हाईवे पर वाहनों का संचालन मुश्किल हो गया था। पटना की ओर जा रही एक बस की रफ्तार धीमी थी, लेकिन कुहासे के कारण दृश्यता बेहद कम होने के चलते पीछे से आ रही एक दूसरी बस ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कुछ देर के लिए यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल रहा, लेकिन राहत की बात यह है कि सभी यात्री सुरक्षित रहे और उन्हें ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आईं।
यात्रियों को हल्की चोटें, बड़ी क्षति से बचाव
बोचहां थाना पुलिस के अनुसार, हादसे में बस को हल्की क्षति पहुंची है और कुछ यात्रियों को मामूली खरोंचें आई हैं। इस दुर्घटना में किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई है, जिससे बड़ी दुर्घटना होने से बचाव हो गया। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों बसों में करीब 25 से 30 यात्री सवार थे। सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
घटनास्थल पर बोचहां थाना पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बोचहां थाना पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने घटना स्थल पर पहुंचकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू करवाया और कुहासे के कारण बाधित आवागमन को जल्द ही सामान्य कर दिया। पुलिस ने सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की और सड़क पर यातायात बहाल किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, दुर्घटना के बाद कुछ देर के लिए सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही, जिसे पुलिस ने जल्दी ही नियंत्रित कर लिया।
किसी ने नहीं दर्ज कराई शिकायत
इस घटना को लेकर पुलिस के पास किसी यात्री या स्थानीय व्यक्ति की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। यात्रियों और बस संचालकों ने स्थिति को समझते हुए शांति बनाए रखी और अपनी यात्रा जारी रखी। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोटें नहीं आई हैं, इसलिए किसी प्रकार की शिकायत की आवश्यकता महसूस नहीं की गई। बस चालक और यात्रियों ने सहयोग किया और दुर्घटना के तुरंत बाद व्यवस्था बहाल की गई।
मुजफ्फरपुर में कुहासा बना दुर्घटना का कारण
घने कुहासे के कारण दुर्घटनाएं बिहार के कई इलाकों में सामान्य हो जाती हैं। सर्दियों के मौसम में कुहासा अक्सर नेशनल हाईवे और राज्य मार्गों पर वाहनों के संचालन को प्रभावित करता है। अधिकारियों ने बताया कि कुहासे के चलते दृश्यता में कमी हो जाती है, जिससे दुर्घटना का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा यातायात को सुरक्षित बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए जाते हैं।
कुहासे के दौरान यात्रा करते समय सुरक्षा उपाय अपनाएं
कुहासे के दौरान सड़क पर यात्रा करते समय गाड़ियों के चालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने, हेडलाइट और इंडिकेटर का सही उपयोग करने, और बीच की दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है ताकि संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके। पुलिस ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे कुहासा के समय अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित रूप से ड्राइविंग के नियमों का पालन करें।
घटना ने हाईवे सुरक्षा पर उठाए सवाल
इस दुर्घटना ने नेशनल हाईवे पर कुहासे के दौरान यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। घना कुहासा और खराब दृश्यता के कारण सड़कों पर दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि कुहासा बढ़ने पर गाड़ियों की गति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और हाईवे पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
कुहासे के समय सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी का खतरा
सर्दियों के मौसम में बिहार सहित देश के अन्य हिस्सों में कुहासे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। खासकर रात और सुबह के समय कुहासे का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में पुलिस और ट्रैफिक विभाग की ओर से नियमित अंतराल पर गश्त और यातायात निर्देश जारी किए जाते हैं। इस घटना ने एक बार फिर इस बात की याद दिलाई है कि सर्दियों में सड़क सुरक्षा के प्रति अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत है।
निष्कर्ष: कुहासे के कारण हुई इस हल्की दुर्घटना में सभी यात्री सुरक्षित बच गए।
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