बिहार में दीपावली और छठ पूजा के नजदीक आते ही सब्जियों की कीमतों में भारी उछाल आया है। बाजार में टमाटर की कीमत 80 रुपए और परवल 60 रुपए प्रति किलो हो गई है। Muzaffarpur News के अनुसार, जैसे-जैसे दीपावली-छठ का समय करीब आ रहा है, सब्जियों के दाम और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
बढ़ती कीमतों से लोग चिंतित
सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों को चिंता में डाल दिया है। अब थाली में परोसी जाने वाली सब्जियों को खरीदने में सावधानी बरतनी पड़ रही है, क्योंकि आलू, प्याज और हरी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। सब्जी विक्रेताओं का मानना है कि दीपावली और छठ पर्व के मौके पर सब्जियों की मांग बढ़ जाती है, जबकि आमद कम होती है, जिससे कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।
बाढ़ का असर: पैदावार में कमी
Muzaffarpur News में यह भी बताया गया है कि बिहार में आई बाढ़ ने सब्जी की पैदावार को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इससे सब्जियों की कीमतों में इजाफा हुआ है। गया के केदार नाथ मार्केट में सब्जी खरीदने आई मीनू देवी ने कहा, “500 रुपए में सब्जियों का बैग नहीं भर रहा। यह रकम 5-6 दिन में खत्म हो जाती है। आलू-प्याज की भी कीमतें बहुत बढ़ गई हैं।”
नया आलू और प्याज की महंगाई
बाजार में आए नए आलू, जो 50-55 रुपए किलो की कीमत में बिक रहा है। वय्पारियों का कहना है की इंदौर और नासिक से प्याज महंगे दाम पर आ रहा है, जिसके वजह से ही प्याज की कीमतें भी बढ़ गई हैं। सब्जियों की आमद में कमी आई है, जिससे बाजार में सब्जियों की कीमतें ऊँची बनी हुई हैं। बंटू कुमार, सब्जी विक्रेता, गया ने कहा कि छठ पूजा तक सब्जियों के दाम और भी महंगे हो सकते हैं।
स्थानिक सब्जियों का अभाव
नालंदा के मो. राजू ने कहा कि लोकल सब्जियों की आमद बहुत कम हो गई है, जिससे सब्जियों के दाम और बढ़ रहे हैं। आलू की उपज भी कम हुई है और प्याज का स्टॉक खत्म हो चुका है।
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