गया: बिहार के गया जिले में एक पागल सियार ने आदमखोर रूप धारण कर लिया है, और अब तक सात लोगों को अपनी शिकार बना चुका है। इनमें से तीन महिलाएं भी शामिल हैं, और एक महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। यह घटनाएं डुमरिया प्रखंड के गोटीबांध और तेलियाडीह इलाकों में हो रही हैं, जहां सियार लगातार ग्रामीणों पर हमला कर रहा है।
सियार के हमलों की बढ़ती संख्या
जानकारी के अनुसार, गया जिले में इन दिनों एक आदमखोर सियार का आतंक बना हुआ है। यह सियार गोटीबांध और तेलियाडीह क्षेत्र के आसपास के इलाकों में ग्रामीणों पर हमले कर रहा है। सोमवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले चार लोगों को इसने गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायलों में एक महिला की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। सियार का हमला अचानक होता है, और अक्सर वह तब हमला करता है जब लोग इकट्ठा होते हैं या किसी भीड़ के बीच होते हैं।
सियार को पकड़ने के लिए सक्रिय हुई वन विभाग की टीम, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
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आदमखोर सियार की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए वन विभाग की टीम तुरंत सक्रिय हो गई है। टीम ने डुमरिया के गोटीबांध और तेलियाडीह इलाकों में सियार को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वन विभाग का मानना है कि यह सियार मानसिक रूप से परेशान हो सकता है, जिसके कारण वह भीड़ में घिरने के बावजूद हमला कर रहा है। इमामगंज वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारी कुलदीप चौहान ने बताया कि वन विभाग की टीम सियार को पकड़ने में लगी हुई है, ताकि वह आगे किसी अन्य को शिकार न बना सके।
आदमखोर सियार का हमला: सुरक्षा पर सवाल
यह घटना बिहार के ग्रामीण इलाकों में जानवरों से संबंधित सुरक्षा के सवाल को भी उठा रही है। सियार जैसे जानवर के आदमखोर बनने से लोगों में डर और चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि वन विभाग को इस तरह की घटनाओं की जांच और रोकथाम के लिए और कड़े उपाय करने चाहिए, ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
आखिरकार, लगातार हो रहे इन हमलों ने सियार की असामान्य गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन विभाग के अधिकारियों को इस खतरे को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द समाधान निकालने की आवश्यकता है।
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