बिहार के सासाराम जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा आत्महत्या करने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पीपरडीह स्कूल के शिक्षक घनश्याम जायसवाल ने यह कदम उठाया, जिनका शव कैमूर पहाड़ी पर मिला।
आत्महत्या के पीछे की वजह
घनश्याम जायसवाल को हर दिन स्कूल से तीन किलोमीटर दूर पहाड़ी पर जाकर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी पड़ती थी, क्योंकि स्कूल में नेटवर्क की सुविधा नहीं थी। उनकी मां नीलम देवी ने आरोप लगाया है कि ट्रांसफर नहीं होने और लगातार बढ़ते तनाव के कारण उनके बेटे ने यह कदम उठाया।
मां ने लगाया आरोप
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नीलम देवी ने बताया कि घनश्याम नौकरी छोड़ना चाहते थे, क्योंकि स्कूल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। अक्सर वे फोन पर तबादले की बात करते थे और उम्मीद करते थे कि जल्द उनका ट्रांसफर होगा। जब यह नहीं हो सका, तो वे डिप्रेशन में चले गए।
पुलिस जांच में जुटी
शिक्षक का शव पहाड़ी पर एक पेड़ से रस्सी के सहारे लटका मिला। सासाराम थाने के प्रभारी ने बताया कि सभी संभावित पहलुओं पर जांच की जा रही है। यह पता नहीं चल पाया है की ये आत्महत्या है या हत्या।
शिक्षक की परिस्थितियां
घनश्याम जायसवाल 2022 से पीपरडीह स्कूल में सेवा दे रहे थे और अविवाहित थे। वे मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले थे और परिवार के इकलौते पुत्र थे।
नेटवर्क की समस्या बनी मुसीबत
स्कूल क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता के कारण शिक्षकों को पहाड़ पर जाकर ऑनलाइन उपस्थिति बनानी पड़ती थी। यह प्रक्रिया बेहद थकाऊ और तनावपूर्ण थी।
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