CPI's Demonstration at the Collectorate
समस्तीपुर में सोमवार को CPI के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन किया। यह CPI's demonstration at the collectorate सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने और विभिन्न मांगों को लेकर किया गया। प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट गेट जाम हो गया, जिससे समस्तीपुर-मोहनपुर मार्ग पर यातायात कुछ समय के लिए बाधित रहा।
CPI's Demonstration at the Collectorate: सूखा राहत की मांग
CPI के कार्यकर्ताओं ने CPI's demonstration at the collectorate के दौरान समस्तीपुर जिले को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग उठाई। इसके साथ ही जिले में बढ़ते अपराध और पुलिस लाठीचार्ज की घटनाओं पर भी सवाल उठाए। जुलूस पार्टी कार्यालय बंगाली टोला से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट गेट पर समाप्त हुआ।
नेताओं ने केंद्र की नीतियों पर साधा निशाना
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कलेक्ट्रेट गेट पर सभा के दौरान CPI's demonstration at the collectorate में वक्ताओं ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की। पार्टी नेताओं ने सूखा राहत, किसान हित की योजनाओं, मनरेगा मजदूरी वृद्धि, और सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने की मांगों को जोरदार तरीके से उठाया।
CPI's Demonstration at the Collectorate में मुख्य मांगें
प्रदर्शन के दौरान CPI's demonstration at the collectorate में हसनपुर विथान ट्रेन सेवा की शुरुआत और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सुधार की मांग भी प्रमुख रही। इसके साथ ही पंचायत स्तर पर वास भूमि देने, भूमि सर्वेक्षण में हो रही धांधली पर रोक लगाने की भी मांग की गई।
44 श्रम कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन
इस CPI's demonstration at the collectorate में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC) ने भी भाग लिया और 44 श्रम कानूनों के स्थान पर 4 लेबर कोड का विरोध किया। निर्माण और बीड़ी मजदूरों की पुरानी सुविधाओं को बहाल करने की मांग को भी इस प्रदर्शन का हिस्सा बनाया गया।
प्रशासन को सौंपा मांग पत्र
सभा के अंत में CPI's demonstration at the collectorate के तहत एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व CPI के जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना ने किया, जिसमें अन्य प्रमुख नेता भी शामिल थे।
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