पूर्णिया, बिहार: बिहार के पूर्णिया जिले में खाद तस्करी के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं, जब एक ही मामले में दो थानों ने अलग-अलग कार्यवाही की। जलालगढ़ थाने ने आरोपी को थाने से ही बेल दे दी, जबकि अररिया के रानीगंज थाना पुलिस ने उसी मामले में पकड़े गए आरोपियों को जेल भेज दिया। इस असमान कार्रवाई को देखते हुए पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
दो थानों की अलग-अलग कार्यवाही ने खड़े किए सवाल
पूर्णिया एसपी की विशेष टीम ने बंगाल से आ रही डीएपी खाद से भरे दो ट्रकों को रोका था, जिनमें से एक ट्रक जलालगढ़ थाना और दूसरा रानीगंज थाना के इलाके में पकड़ा गया। जलालगढ़ थाना पुलिस ने आरोपियों को वहीं से जमानत दे दी, जबकि रानीगंज थाना पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेजा। इससे पुलिस की भूमिका और तस्करी में मिलीभगत की संभावना पर गंभीर सवाल उठे हैं।
खाद तस्करी की गिरफ्तारी और जब्त सामान
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इस मामले में जलालगढ़ के कृषि समन्वयक निरंजन कुमार झा की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें ट्रक मालिक मोनू भारद्वाज, ट्रक चालक नीरज यादव, और खलासी मोनू कुमार ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जलालगढ़ थाना पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार किया, लेकिन थाने से ही उन्हें धारा 41 के तहत बेल देकर छोड़ दिया। वहीं, रानीगंज थाना ने इसी मामले में पकड़े गए ट्रक चालक दशरू शेख और खलासी मजरूल शेख को जेल भेज दिया।
खाद तस्करी की विस्तृत जांच और स्पेशल टीम की कार्यवाही
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने मामले की जांच के लिए सदर डीएसपी को नियुक्त किया है। एसपी ने बताया कि जलालगढ़ पुलिस ने आरोपी तस्कर को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन बरामद मोबाइल फोन का विवरण जब्ती सूची में नहीं जोड़ा गया। साथ ही सवाल उठता है कि खाद तस्करी जैसे गंभीर मामले में थाने से ही बेल कैसे दी गई।
मोनू भारद्वाज का नाम FIR में आया, खाद की तस्करी का नेटवर्क उजागर
रानीगंज थाना में दर्ज एफआईआर में तस्कर मोनू भारद्वाज के मोबाइल नंबर का भी जिक्र है, जिससे खाद की तस्करी के लिए संपर्क किया जाता था। जलालगढ़ थाने में इस महत्वपूर्ण जानकारी का कोई उल्लेख नहीं किया गया।
बंगाल से कटिहार तक फैला खाद तस्करी का नेटवर्क
सूत्रों के अनुसार, कटिहार का एक गिरोह प्रतिदिन बंगाल से खाद मंगाकर पूर्णिया, अररिया, और आसपास के जिलों में पहुंचाता है। तस्करी की यह कड़ी विशेष रूप से रबी की फसल के दौरान बढ़ी खाद की मांग के चलते सक्रिय हो गई है। रात के समय खाद से भरे ट्रकों को जिले में प्रवेश कराया जाता है।
पूर्णिया पुलिस का रुख और आगामी कार्रवाई
पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्पष्ट किया कि मामले में कोई भी दोषी पाया जाएगा, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जलालगढ़ पुलिस की भूमिका की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
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