मुजफ्फरपुर में दीपावली के अवसर पर वायु प्रदूषण में अचानक वृद्धि देखने को मिली है। गुरुवार रात का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 302 तक पहुँच गया, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। गुरुवार सुबह यह आंकड़ा 200 से भी कम था। आतिशबाजी के कारण शहर में स्मॉग (धुंध) का निर्माण हुआ है, जिससे Muzaffarpur News में प्रदूषण की बढ़ती समस्या की चर्चा हो रही है। पिछले वर्ष दीपावली के दौरान AQI 340 के स्तर पर था।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने इस स्थिति के मद्देनजर Muzaffarpur की 52 फैक्ट्रियों को नोटिस जारी किया है। प्रदूषण की निगरानी के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है, ताकि AQI reached 302 in Muzaffarpur के कारणों की जांच की जा सके और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके।
पानी का छिड़काव और स्वास्थ्य पर प्रभाव
शुक्रवार सुबह, प्रदूषण स्तर में थोड़ी सी गिरावट देखी गई, लेकिन उच्चतम AQI स्तर ने चिंता को बढ़ा दिया है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने भोपा रोड, जानसठ रोड और रुड़की रोड पर पानी का छिड़काव किया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने कहा कि वायु प्रदूषण में सुधार हो रहा है, और अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सांस संबंधी रोगों में वृद्धि
जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. योगेंद्र त्रिखा ने कहा कि प्रदूषित हवा से लोगों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। हाल के दिनों में अस्पताल में सांस संबंधी रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि दीपावली की आतिशबाजी, सड़क पर उड़ती धूल, वाहनों की बढ़ती संख्या और निर्माण कार्य वायु प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। इस स्थिति ने Muzaffarpur में सांस के रोगियों के लिए खतरा बढ़ा दिया है, जिससे उनकी सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इस प्रकार, मुजफ्फरपुर में दीपावली के दौरान वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और इसके समाधान के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
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