समस्तीपुर, बिहार: समस्तीपुर जिले के शिवाजी नगर थाना क्षेत्र के गनौली परवाना गांव में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब फूल तोड़ने के दौरान एक भाई-बहन पुराने कुएं में गिर गए। इस हादसे में जहां बच्ची की मौत हो गई, वहीं भाई की हालत गंभीर है। दोनों बच्चे छठ के मौके पर अपने ननिहाल आए थे, जहां यह दुखद घटना घटी।
फूल तोड़ने के दौरान हुआ हादसा
गुरुवार की सुबह दोनों भाई-बहन फूल तोड़ने के लिए गांव के बाहर गए थे। गांव में एक पुराना कुआं झाड़ियों से ढका हुआ था, जिसके बारे में बच्चों को कोई जानकारी नहीं थी। अचानक बच्चे उस कुएं में गिर गए। कुएं में गिरते ही दोनों बच्चे पानी में डूबने लगे। पास में मौजूद ग्रामीणों ने आवाजें सुनी और दौड़ते हुए कुएं तक पहुंचे। उन्होंने बिना किसी देरी के दोनों बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बच्ची रंजना कुमारी की मौत हो चुकी थी। गंभीर रूप से घायल उसके भाई हर्ष कुमार को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
घटना में मृत बच्ची की पहचान
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घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक बच्ची की पहचान दरभंगा के बहेरी थाना क्षेत्र के कुमार बाग गांव निवासी सरोज पंडित की पुत्री रंजना कुमारी (10) के रूप में की है। बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। वहीं, उसके भाई हर्ष कुमार (8) का इलाज समस्तीपुर के एक अस्पताल में चल रहा है। हर्ष की हालत गंभीर बनी हुई है, और उसे चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है।
हादसे के बाद गांव में शोक की लहर
यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब दोनों बच्चे अपनी मां के साथ छठ के अवसर पर अपने ननिहाल शिवजी पंडित के घर आए थे। यह हादसा पूरे गांव में छठ के उत्सव के दौरान हुआ और गांव में मातम छा गया। छठ पूजा के दिन बच्चों के साथ हुआ यह हादसा गांव के लोगों के लिए एक भारी सदमा है। इस घटना के बाद गांव में सभी जगह शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के लोग बच्चे की मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और दुखी परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।
ग्रामीणों और पुलिस की तत्परता
ग्रामीणों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चे को जल्द से जल्द कुएं से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बच्ची की जान जा चुकी थी। घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। शिवाजी नगर थानाध्यक्ष छोटे लाल सिंह ने बताया कि पुराने कुएं में गिरने से बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
इसे भी पढ़ेसमस्तीपुर में बढ़ते खतरनाक कुएं
समस्तीपुर में इस तरह के हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। खासकर पुराने कुएं जो समय के साथ ढ़क जाते हैं और झाड़ियों में छिप जाते हैं, बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं। प्रशासन और स्थानीय प्रशासन से यह अपेक्षा की जाती है कि वे इस तरह के खतरनाक कुओं को ढ़कने के लिए तत्काल कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
समस्तीपुर में दुर्घटनाओं के बढ़ते मामलों पर चिंता
समस्तीपुर में इस तरह की दुर्घटनाएं कई बार घट चुकी हैं, जिसमें बच्चों की जान गई है। यह हादसा समस्तीपुर में बढ़ते सुरक्षा खतरे और लापरवाही को भी उजागर करता है। बच्चों के लिए सुरक्षित जगहों पर खेलने की आवश्यकता है, और इस मुद्दे पर स्थानीय प्रशासन को जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
समस्तीपुर के गनौली परवाना गांव में भाई-बहन का कुएं में गिरना और इसके परिणामस्वरूप बच्ची की मौत एक बेहद दुखद और खौ़फनाक घटना है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और परिवार भी इस त्रासदी से उबरने के लिए समय लेगा। प्रशासन को चाहिए कि वह इस प्रकार के खतरे की पहचान कर सुरक्षा के उपायों को बढ़ाए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे ना हों।
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