दरभंगा, बिहार में हत्या के एक मामले में 23 वर्षीय रौशन कुमार का शव सड़क किनारे मिला है। रौशन, मधुबनी जिले के सकरी वार्ड-15 का निवासी था। उसकी लाश मिलने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) भेजा। यह घटना दरभंगा न्यूज में चर्चा का विषय बन गई है।
परिजनों के मुताबिक, रौशन बुधवार दोपहर दिवाली की छुट्टियों में अपने घर आया था। उसकी मां, शीला देवी ने बताया कि वह कारीगर की बाइक लेकर घर आया था। कारीगर ने उसे फोन किया और रौशन लगभग 3:00 बजे घर से चला गया। उसने कहा था कि छठ के मौके पर छुट्टी देने के बाद भी वह नहीं आएगा।
रौशन पिछले दो महीने से एक निजी स्कूल में टिफिन पैक करने का काम कर रहा था। अगली सुबह उसका शव मठ के पास पड़ा हुआ मिला, जिससे हत्या का संदेह गहरा गया है।
जांच के बाद होगा दरभंगा में हत्या का खुलासा
मृतक की चाची, गीता देवी का आरोप है कि रौशन की हत्या की गई है और इसमें कारीगर का हाथ है। उनका कहना है कि कारीगर ने उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया। मृतक की नानी और अन्य परिजनों का भी यही कहना है कि रौशन की मौत सड़क दुर्घटना में नहीं हुई, बल्कि यह एक संगठित हत्या है।
मधुबनी जिला के सकरी थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की गहन छानबीन की जा रही है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह एक सड़क हादसा प्रतीत होता है, लेकिन जांच के बाद ही सही जानकारी सामने आएगी।
इस मामले ने दरभंगा, बिहार में अपराध और हत्या की बढ़ती घटनाओं पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की जांच और जांच के परिणाम इस मामले की गुत्थी को सुलझा सकते हैं।
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