बिहार के सहरसा जिले में मौनी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कहरा के शिक्षकों पर स्कूली बच्चों के टूर के दौरान शराब पार्टी और अश्लील गाने बजाने के आरोप लगे हैं। यह घटना तब सामने आई जब शिक्षक वर्ग 9 के छात्र-छात्राओं को बिहार दर्शन योजना के तहत वीरपुर कोसी बैराज लेकर गए थे। इस टूर में शिक्षकों की निगरानी में बच्चों को दर्शनीय स्थलों के बारे में जानकारी दी गई। लेकिन वापसी के दौरान एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
कोसी बैराज में शिक्षकों की गतिविधियां
बच्चों का आरोप है कि कोसी बैराज की यात्रा के दौरान शिक्षकों ने शराब का सेवन किया और बस में अश्लील गाने बजाए। छात्राओं का कहना है कि बस में शिक्षक और चालक दोनों ने नशा किया, जिससे बस में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसके चलते छात्राओं ने अश्लील हरकतों का भी सामना किया, जिससे वे पूरी यात्रा के दौरान डरी रहीं।
परिजनों का हंगामा
जब सभी छात्र-छात्राएं देर शाम अपने घर पहुंचीं, तो उन्होंने इस घटना की शिकायत अपने परिजनों से की। इसके बाद, उनके अभिभावकों ने गुस्से में आकर सोमवार को स्कूल के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर शिक्षकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने स्कूल के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर नारेबाजी की और कुछ समय के लिए सड़क भी जाम की।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस, अंचल अधिकारी राकेश कुमार और थाना अध्यक्ष रौशन कुमार सहित कई विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किया। इस दौरान, कई शिक्षक स्कूल के पास स्थित मंदिर परिसर में जाकर छिप गए थे।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल स्कूल के अनुशासन पर सवाल उठाती है, बल्कि शिक्षकों की जिम्मेदारी और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी ध्यान आकर्षित करती है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में बच्चों के साथ इस प्रकार की घटना न हो सके।
इसे भी पढ़े :-
- बिहार: 26 शिक्षकों की हाजिरी में गड़बड़ी, शिक्षा विभाग ने उठाया कड़ा कदम
- टीबी मरीजों के लिए राहत: इलाज और दवाओं की जानकारी देगा ‘टीबी आरोग्य साथी’ ऐप
- मुजफ्फरपुर न्यूज़: तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आकर बाइक सवार की दर्दनाक मौत, इलाके में मचा हड़कंप
- छपरा न्यूज़: थाने में महिला पुलिसकर्मी के साथ गलत हरकत का आरोप, थानाध्यक्ष निलंबित
- भागलपुर में 10 लाख की सुपारी देकर स्टेशन मास्टर की हत्या की साजिश, जीजा और शूटर गिरफ्तार
Comments are closed.