भोजपुर में अज्ञात बीमारी से तीन की मौत: बिहार के भोजपुर जिले के एक गांव में तीन दिनों के भीतर डायरिया जैसे लक्षणों वाली बीमारी से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। करीब 12 से अधिक लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। गांव के कुछ लोग इस बीमारी को दैवीय प्रकोप, भूत-प्रेत या गौराया देवता के नाराज होने का परिणाम मान रहे हैं।
अंधविश्वास के चलते ग्रामीण कर रहे हैं पूजा-पाठ
कोईलवर प्रखंड के गीधा गांव के पश्चिमी मुसहर टोला में हो रही इन मौतों के बाद ग्रामीण जादू-टोना और देवता को खुश करने के लिए पूजा-पाठ कर रहे हैं। लोग पैसा इकट्ठा कर अपने देवी-देवताओं को मनाने में लगे हुए हैं, ताकि इस बीमारी से छुटकारा मिल सके। हालांकि, बीमारी के लक्षण पेट दर्द, उल्टी और दस्त से जुड़े हुए हैं, जिससे मेडिकल टीम की मदद की सख्त जरूरत महसूस हो रही है।
लगातार हो रही मौतें, कई लोग अब भी बीमार
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मृतकों में सिनोध मुसहर, महेश उर्फ उमेश मुसहर और मटरी कुमारी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग अब भी इलाजरत हैं, जिनमें शैलेश कुमार, रीता कुमारी, निहारिका कुमारी, सोनी देवी और मिथलेश कुमार जैसे लोग हैं। यहां तक कि कुछ नवजात शिशु भी हल्की दस्त की समस्या से पीड़ित हैं।
गांव में मेडिकल टीम का कैंप जारी
बीमारी की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तुरंत मेडिकल टीम को गांव में भेजा। चिकित्सकों की टीम गांव में कैंप कर रही है और बीमार लोगों का इलाज कर रही है। गंभीर मरीजों को स्लाइन चढ़ाई जा रही है और बीमारी को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।
स्थिति नियंत्रण में, ग्रामीणों को जागरूक करने की जरूरत
मेडिकल टीम का कहना है कि उल्टी और दस्त जैसी शिकायतों को अब काफी हद तक नियंत्रण में लाया जा चुका है। लेकिन ग्रामीणों में फैला अंधविश्वास इस बीमारी को लेकर जागरूकता की कमी दिखाता है। डॉक्टरों की टीम लगातार लोगों को सही इलाज और देखभाल के लिए जागरूक कर रही है, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
ग्रामीणों को बीमारी को समझने और उसके सही इलाज के प्रति जागरूक करने की सख्त जरूरत है।
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