बिहार के वैशाली जिले में एक महिला दरोगा को पटना विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। यह गिरफ्तारी वैशाली के नगर थाना क्षेत्र में तैनात महिला दरोगा डॉ. पूनम कुमारी की हुई, जो किसी मामले को सुलझाने के लिए एक व्यक्ति से 10 हजार रुपये रिश्वत ले रही थी।
रिश्वत के मामले में विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई
विजिलेंस की टीम को महिला दरोगा के खिलाफ मिली शिकायत के बाद जांच शुरू की गई। शिकायतकर्ता ने लिखा था कि डॉ. पूनम कुमारी ने किसी मामले को निपटाने के लिए उनसे रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद, विजिलेंस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उसकी जांच की। जांच के दौरान आरोप सही पाए गए और इसके बाद विशेष टीम का गठन किया गया, जो इस पूरे मामले की तहकीकात करती रही।
महिला दरोगा की गिरफ्तारी
संबंधित आर्टिकल्स
Bihar Election 2025: VIP को मिली 15 सीटें तेजस्वी यादव ने छोड़ी गौरा बौराम! बिहार में बदल गया सियासी समीकरण
Bihar Election 2025: योगी आदित्यनाथ का बिहार में बड़ा बयान ‘विकास बनाम बुर्के’ की शरारत कौन कर रहा है?
BJP Candidates Second List 2025: बिहार चुनाव में BJP ने जारी की दूसरी सूची, मैथिली ठाकुर और आनंद मिश्रा को मिला टिकट
Bihar Election 2025: BJP को बड़ा झटका! छपरा की राखी गुप्ता ने किया बगावत का ऐलान!
Bihar Election 2025: मैथिली ठाकुर ने चुनाव लड़ने की अटकलों पर तोड़ी चुप्पी, जानें क्या कहा
Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग पर मांझी के बदलते बयान ने मचाया सियासी हलचल
गुरुवार को विजिलेंस की टीम हाजीपुर में तैनात हुई और पूरी तैयारी के साथ महिला दरोगा को रंगे हाथ पकड़ने के लिए अभियान चलाया। जैसे ही महिला दरोगा ने 10 हजार रुपये रिश्वत के रूप में लिए, टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान महिला दरोगा बार-बार यह कहती रही कि उसने कोई रिश्वत नहीं ली है, लेकिन विजिलेंस की टीम ने उसकी बातों को नजरअंदाज करते हुए उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया।
विजिलेंस की टीम ने महिला दरोगा से पैसे बरामद किए
विजिलेंस की टीम ने महिला दरोगा के पास से 10 हजार रुपये की रिश्वत की राशि भी बरामद की। घटना के बाद पुलिस महकमे में यह खबर आग की तरह फैल गई और विभाग में हड़कंप मच गया। आरोपित महिला दरोगा को गिरफ्तार कर विजिलेंस टीम ने उसे अपने साथ ले जाकर आगे की जांच शुरू की।
इसे भी पढ़ेमहिला दरोगा की सफाई और पुलिस विभाग में खलबली
गिरफ्तारी के बाद महिला दरोगा ने बार-बार यह दावा किया कि उसने कोई रिश्वत नहीं ली है। हालांकि, विजिलेंस की टीम ने उसकी सफाई को नजरअंदाज करते हुए उसे कानून के शिकंजे में कस लिया। यह घटना पुलिस विभाग के लिए एक बड़ा झटका बन गई है, क्योंकि यह रिश्वतखोरी की जड़ तक जाने के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
विशेष टीम ने की कार्रवाई
विजिलेंस टीम के डीएसपी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने यह कार्रवाई की। महिला दरोगा की गिरफ्तारी और उसके पास से बरामद पैसे को लेकर अब आगे की जांच जारी है। मामले में सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी को उजागर किया जा सके। विजिलेंस की इस कार्रवाई को लेकर पुलिस महकमे में चर्चा है और इसे कड़ा संदेश माना जा रहा है।
विजिलेंस की कार्रवाई पर विशेषज्ञों की राय
विजिलेंस की टीम की इस कार्रवाई पर विशेषज्ञों का कहना है कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत कदम है। लंबे समय से रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की शिकायतें पुलिस विभाग में आ रही थीं, लेकिन इस गिरफ्तारी से विभाग में सुधार की उम्मीद की जा रही है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकता है और आम जनता का पुलिस पर विश्वास भी मजबूत हो सकता है।
निष्कर्ष
पटना विजिलेंस द्वारा की गई इस कार्रवाई ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। महिला दरोगा की गिरफ्तारी से यह संदेश भी गया है कि किसी भी आरोपी को अगर भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा जाता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाती है और पुलिस विभाग में क्या सुधार किए जाते हैं।
इसे भी पढ़े :-