Bihar NDA Seat Sharing (12 अक्टूबर 2025): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए ने आखिरकार अपने सीट शेयरिंग फॉर्मूला का ऐलान कर दिया है। बीजेपी और जेडीयू ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है, जबकि चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं। यह फैसला बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव लाने वाला माना जा रहा है।
Bihar NDA Seat Sharing 2025: एनडीए ने दिखाया संतुलन और एकजुटता
बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर लंबे समय से चल रही चर्चाओं पर अब विराम लग गया है। BJP JDU seat allocation पर सहमति बनने के बाद धर्मेंद्र प्रधान और जेडीयू नेता संजय झा ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की। दोनों नेताओं ने लिखा कि “हम एनडीए साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया है।”
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इस समझौते से यह साफ हो गया है कि एनडीए इस बार पूरी एकजुटता के साथ Bihar elections 2025 में उतरने जा रहा है। जेडीयू ने पिछली बार की तुलना में 14 सीटों की ‘कुर्बानी’ दी है, जबकि बीजेपी ने 9 सीटें छोड़ी हैं ताकि छोटे सहयोगी दलों को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके।
Chirag Paswan को 29 सीटें, Jitan Ram Manjhi और Upendra Kushwaha को 6-6
एनडीए में इस बार Chirag Paswan seats को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है। चिराग पासवान के नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को कुल 29 सीटें दी गई हैं, जो उनके लगातार बढ़ते जनाधार और 2024 लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन का परिणाम माना जा रहा है। इस सीट बंटवारे से चिराग पासवान का राजनीतिक कद न केवल बिहार में बल्कि एनडीए के भीतर भी मज़बूत हुआ है।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को 6-6 सीटें दी गई हैं। यह फैसला सामाजिक और जातीय संतुलन को बनाए रखने की एनडीए की रणनीति का हिस्सा है। Jitan Ram Manjhi और Upendra Kushwaha को लेकर गठबंधन ने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य के सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व मिले। इस बंटवारे से एनडीए ने यह साफ संकेत दिया है कि वह बिहार चुनाव 2025 में हर वर्ग और समाज को साथ लेकर चलने की नीति पर कायम है।
एनडीए का दावा “फिर से बनेगी NDA सरकार”
राजधानी पटना से आई खबरों के अनुसार, बीजेपी नेता Dharmendra Pradhan और जेडीयू के Sanjay Jha ने कहा कि “बिहार है तैयार, फिर से एनडीए सरकार।” सोशल मीडिया पर #फिर_से_NDA_सरकार और #बिहार_है_तैयार जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। यह घोषणा पटना में एनडीए मुख्यालय से आई है, जहाँ सभी घटक दलों ने मिलकर औपचारिक तौर पर सीट बंटवारे का ऐलान किया। इस मौके पर एनडीए नेताओं ने कहा कि गठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेगा और महागठबंधन को कड़ी टक्कर देगा।
सामाजिक समीकरण और राजनीतिक संतुलन पर फोकस
एनडीए का यह फॉर्मूला न सिर्फ एक राजनीतिक समझौता है बल्कि एक रणनीतिक कदम भी है। Bihar political के विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी और जेडीयू की बराबर की भागीदारी से गठबंधन में विश्वास और स्थिरता दोनों बनी रहेगी। एलजेपी (रामविलास) को 29 सीटें मिलना इस बात का संकेत है कि युवा नेतृत्व को भी अब एनडीए में बड़ा स्पेस मिल रहा है। वहीं, छोटे दलों को सम्मानजनक जगह देकर एनडीए ने यह भी दिखाया है कि वह ‘एकता में शक्ति’ के सिद्धांत पर चल रहा है।
एनडीए ने अपने सीट शेयरिंग फॉर्मूले से बिहार में बड़ा संदेश दे दिया है, गठबंधन में सब बराबर हैं। अब सभी की निगाहें उम्मीदवारों की सूची पर हैं, जो अगले कुछ दिनों में जारी की जाएगी।
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