Bhagalpur Cyber Crime Exposed: भागलपुर शहर में चल रहे साइबर फ्रॉड फिशिंग गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह पश्चिम बंगाल से संचालित हो रहा था और भागलपुर को 'जामताड़ा' बनाने की साजिश कर रहा था। भागलपुर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में 17 लड़कियां और 4 लड़के हिरासत में लिए गए हैं, जो इस फर्जीवाड़े में शामिल थे।
साइबर फ्रॉड गिरोह का खुलासा
Bhagalpur Cyber Crime Exposed: भागलपुर के बीचों-बीच स्थित इस साइबर फ्रॉड गिरोह को एक कॉल सेंटर की आड़ में चलाया जा रहा था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह फिशिंग फ्रॉड के माध्यम से लोगों से ओटीपी और बैंक डिटेल्स लेकर उन्हें ठगता था। पश्चिम बंगाल से संचालित इस गिरोह में राहुल नामक एक युवक और 6 लड़कियां प्रमुख भूमिका निभा रही थीं। पुलिस ने छापेमारी के दौरान कई एटीएम कार्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, पासबुक, नकदी, ज्वेलरी और मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
कैसे हुई जांच की शुरुआत
भागलपुर पुलिस को राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से लगातार कुछ संदिग्ध फोन नंबरों की जानकारी मिल रही थी, जिनका इस्तेमाल साइबर फ्रॉड के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने इन नंबरों को ट्रैक किया और तकनीकी अनुसंधान से पता चला कि ये नंबर भागलपुर से संचालित हो रहे थे। इसके बाद पुलिस ने कॉल सेंटर की लोकेशन ट्रेस कर छापेमारी की योजना बनाई।
छापेमारी में 17 लड़कियां और 4 लड़के पकड़े गए
पुलिस की टीम ने मंगलवार शाम को एक विशेष योजना के तहत मनाली होटल के पीछे स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा। इस दौरान 17 लड़कियां और 4 लड़के गिरफ्तार किए गए, जिनमें गिरोह की प्रमुख सदस्य भी शामिल थीं। मास्टरमाइंड राहुल भी इस दौरान गिरफ्तार किया गया, जो इस पूरे नेटवर्क को भागलपुर से संचालित कर रहा था।
लोकल लड़कियों को जॉब का झांसा
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह ने एडवर्टाइजिंग कंपनी के नाम पर कॉल सेंटर खोलकर स्थानीय लड़कियों को कम सैलरी पर काम पर रखा था। उन्हें फर्जी कॉल्स के जरिए लोगों से बैंक डिटेल्स और ओटीपी हासिल करने के लिए कहा जाता था। इन लड़कियों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वे एक साइबर फ्रॉड में शामिल हो रही हैं।
फिशिंग कॉल्स के जरिए इनाम का लालच
गिरोह का तरीका बेहद शातिर था। लड़कियों के जरिए कॉल कर लोगों को आकर्षक लोन, बैंक योजनाएं या महंगे प्रोडक्ट्स जैसे एलसीडी टीवी का झांसा देकर उनसे ओटीपी मांगा जाता था। इस तरह से उन्हें ठगा जा रहा था। भागलपुर में इस साइबर फ्रॉड का खुलासा होने के बाद यह पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
भागलपुर पुलिस इस मामले में गिरफ्तार किए गए मास्टरमाइंड राहुल और अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को झारखंड और पश्चिम बंगाल से भी कनेक्शन मिला है, जिससे यह गिरोह देशभर में फैला हुआ हो सकता है। पुलिस इस नेटवर्क के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की भी जांच कर रही है।
डीएसपी का बयान
डीएसपी संजीव कुमार ने कहा, “भागलपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में करीब दो दर्जन लड़के और लड़कियां हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। गिरोह के नेटवर्क का विस्तार दूसरे जिलों और राज्यों में भी है, जिसकी जांच की जा रही है। कई एटीएम कार्ड और मोबाइल जब्त किए गए हैं और जल्द ही इस पूरे मामले में और खुलासे होंगे।”
निष्कर्ष
भागलपुर में इस साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश पुलिस की बड़ी सफलता है। साइबर अपराधियों के खिलाफ यह सख्त कदम यह दर्शाता है कि प्रशासन इस तरह की अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखे हुए है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
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