समस्तीपुर जिले में बुधवार को शिक्षक की हत्या के विरोध में जबरदस्त आक्रोश देखा गया। शिक्षक की गोली मारकर हत्या के बाद क्षेत्रवासियों ने समस्तीपुर में जगह-जगह सड़कों पर प्रदर्शन किया। यह घटना समस्तीपुर जिले के हलई थाना क्षेत्र के दरबा चौर में घटी, जहां एक शिक्षक की हत्या के बाद उनके परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध स्वरूप सड़क जाम कर दिया। इस घटना के बाद से समस्तीपुर में गुस्सा भरा हुआ था और प्रदर्शनकारियों ने हत्या में शामिल बदमाशों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के विरोध में हुए सड़क जाम
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के बाद सड़कों पर आक्रोशित लोगों ने शव रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग 122 बी को जाम कर दिया। यह घटना मदूदाबाद चौक के पास हुई, जहां आक्रोशित लोग सड़क पर आगजनी करते हुए पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। समस्तीपुर में यह पहली बार नहीं था कि हत्या के बाद इस तरह का विरोध हुआ हो, लेकिन इस बार का विरोध और भी तीव्र था। स्थानीय लोग और शिक्षक के परिजन इस हत्या को लेकर बेहद गुस्से में थे और उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा था कि पुलिस ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
शिक्षक की हत्या: घटनास्थल पर लूटपाट का प्रयास
स्थानीय लोगों के अनुसार, शिक्षक चितरंजन कुमार जो मोहिउद्दीन नगर के जोरपुरा प्लस टू स्कूल में शिक्षक थे, देर शाम स्कूल से घर लौट रहे थे। वह अपनी बाइक पर अकेले ही यात्रा कर रहे थे, जब दरबा चौर के पास कुछ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने पहले लूटपाट की कोशिश की, और शिक्षक के विरोध करने पर उन्हें गोली मार दी। घटना के बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी, और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो शिक्षक को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। हालांकि, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के बाद बवाल, पुलिस पर सवाल
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के बाद हुए प्रदर्शन ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि महापर्व छठ के बावजूद पुलिस व्यवस्था को मजबूत नहीं किया गया था। उनका कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही समस्तीपुर जैसे सुरक्षित समझे जाने वाले इलाके में अपराध बढ़ रहे हैं। हाल ही में हलई थाना क्षेत्र में भी कई हत्या की घटनाएं हुई हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
समस्तीपुर पुलिस की निष्क्रियता पर गुस्से का इजहार
समस्तीपुर के लोग लगातार पुलिस प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि जब एक शिक्षक को घर लौटते वक्त गोली मारी जा सकती है, तो वे किस तरह से खुद को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करनी चाहिए, ताकि इलाके में सुरक्षा का माहौल बने। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े आंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं।
समस्तीपुर में अपराधों का बढ़ता ग्राफ, प्रशासन की जवाबदेही बढ़ी
समस्तीपुर में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे हैं। इलाके में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से जनता में गुस्सा और निराशा का माहौल है। शिक्षक की हत्या के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वह समस्तीपुर में कानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करे और अपराधियों को पकड़ने के लिए समुचित कदम उठाए।
समस्तीपुर में आक्रोशित लोगों का प्रदर्शन और भविष्य की योजना
पोस्टमार्टम के बाद शिक्षक का शव जब मोहिउद्दीन नगर वापस लाया गया, तो एक बार फिर से लोगों ने मदूदाबाद चौक के पास सड़कों को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर पुलिस ने जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की, तो वे इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करेंगे। समस्तीपुर में बढ़ते अपराध और पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ यह आंदोलन और तेज हो सकता है।
समस्तीपुर में यह घटना केवल एक हत्या नहीं है, बल्कि यह प्रशासन और पुलिस की जवाबदेही पर एक बड़ा सवाल है। लोग चाहते हैं कि अपराधियों को कड़ी सजा मिले और पुलिस इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ा कदम उठाए।
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के विरोध में गुस्सा
समस्तीपुर में शिक्षक की हत्या के बाद गुस्से की लहर फैल गई है। समस्तीपुर जिले में ऐसी घटनाओं के लगातार बढ़ने से लोग भयभीत हैं। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई की होती, तो आज एक और निर्दोष व्यक्ति की जान नहीं जाती। अब यह देखना होगा कि समस्तीपुर पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या प्रशासन जनता के विश्वास को फिर से बहाल कर पाता है।
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