सुपौल (Bihar News): बिहार के सुपौल जिले के जदिया थाना इलाके में छठ पूजा के दौरान जागरण के नाम पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बार बालाओं का अश्लील डांस किया गया, जिसकी वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस वीडियो में खुलेआम फूहड़ता का प्रदर्शन किया गया है, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से सवाल किए जा रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारी भी मंच पर मौजूद थे, लेकिन इस घटना पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।
वीडियो वायरल होने पर प्रशासन में हड़कंप
जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी पूर्वी पंचायत के हिरापट्टी में आयोजित इस जागरण कार्यक्रम के दौरान, महिला कलाकारों ने अश्लील गीतों पर नृत्य किया। वीडियो में बार बालाओं का अश्लील डांस साफ देखा जा सकता है, जिसे अब तक लाखों लोगों ने देखा है। घटना के बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है, और पुलिस जांच की बात कर रही है।
मुखिया और पुलिस अधिकारी थे कार्यक्रम में मौजूद
कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद सदस्य पूनम कुमारी, स्थानीय मुखिया राजेश कुमार यादव और पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में हुआ था। इस दौरान मुखिया ने मंच से कहा कि यह कार्यक्रम छठ पूजा के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें चंदन बिहारी के नेतृत्व में कलाकारों की टीम आई है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम के दौरान आयोजन की कोई औपचारिक अनुमति नहीं ली गई थी।
मुखिया ने दी सफाई, लेकिन पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है
वायरल वीडियो के बाद मुखिया राजेश कुमार यादव ने अपनी सफाई में कहा कि वह इस घटना के बारे में कल ही जानकारी प्राप्त की। उनका कहना था, “मैंने इस दिन छह अलग-अलग मंचों का उद्घाटन किया था, और जिस मंच पर यह घटना हुई, वहां 8 बजे ही उद्घाटन हुआ था। कार्यक्रम के बाद मैं वहां से निकल गया था। पुलिस को आयोजन की जानकारी थी क्योंकि मंच पर पुलिस के लोग भी थे, लेकिन जब तक मैं वहां था, सब ठीक था। रात 3 बजे इस प्रकार की घटना हुई, जिसके बाद मैंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।”
थानाध्यक्ष ने दी कार्रवाई का आश्वासन
जदिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मुझे वायरल वीडियो के बारे में जानकारी मिली है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी, और हालांकि उद्घाटन के दौरान मंच पर पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे, फिर भी यह घटना घटित हुई, जो कि एक गंभीर स्थिति है।
पुलिस का बयान और आयोजकों की लापरवाही
सुपौल जिले में जागरण जैसे कार्यक्रमों का आयोजन अक्सर होता रहता है, लेकिन इस बार आयोजन के नाम पर अश्लीलता की सीमा पार कर दी गई। जब पुलिस अधिकारी से पूछा गया कि उद्घाटन के दौरान कार्यक्रम की अनुमति क्यों नहीं ली गई थी, तो उन्होंने कहा, “हम पहले मामले को देखेंगे, फिर कार्रवाई की जाएगी।”
सांस्कृतिक कार्यक्रम का नाम देकर अश्लीलता का प्रदर्शन
वीडियो में दिख रहे बार बालाओं के अश्लील डांस ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे कार्यक्रमों में महिलाओं और बच्चों की भी भारी संख्या में उपस्थिति होती है, लेकिन आयोजक और प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं।
कार्यक्रम के आयोजन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल उठने लगे हैं। क्या यह पुलिस की लापरवाही थी या फिर आयोजकों ने जानबूझकर इसे नजरअंदाज किया? आयोजकों की तरफ से अब तक इस घटना पर कोई ठोस बयान नहीं आया है, लेकिन पुलिस ने जांच की बात जरूर कही है।
फूहड़ता के इस कृत्य पर क्या होगी कार्रवाई?
फूहड़ता की इस घटना को लेकर अब प्रशासन की ओर से कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, आयोजकों की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं आया है, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और उचित कानूनी कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
Bihar News: यह घटना सुपौल जिले के जदिया थाना इलाके में हुई है, जहां जागरण के नाम पर आयोजकों ने अश्लील डांस का आयोजन किया। अब पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस मामले की जांच कर कारवाई की तैयारी हो रही है ।
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