बिहार के लखीसराय जिले में पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पिछले 6 साल से फरार महिला नक्सली शीला कुमारी उर्फ फगुनी कोड़ा को गिरफ्तार किया गया है। महिला पर हथियार और विस्फोटक सामग्री जमा करने की जिम्मेदारी थी और उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कुल 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
लखीसराय के पीरीबाजार थाना क्षेत्र के बंगाली बांध गांव में छापेमारी के दौरान महिला नक्सली को गिरफ्तार किया गया।
- गुप्त सूचना: एसटीएफ और जिला पुलिस को सूचना मिली कि शीला कुमारी वर्तमान में इलाके में सक्रिय है और उसकी गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं।
- पुलिस की तैयारी: जमालपुर एसटीएफ और पीरीबाजार थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया और शीला को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
- आपराधिक इतिहास: शीला के खिलाफ खड़गपुर, लड़ैयाटांड, पीरीबाजार, कजरा, और चानन थानों में कुल 9 मामले दर्ज हैं। इनमें से 6 मामले उसके असली नाम पर और 3 अन्य फगुनी देवी नाम से दर्ज हैं।
कौन है शीला कुमारी उर्फ फगुनी कोड़ा?
शीला कुमारी, उर्फ फगुनी कोड़ा, हदहदिया गांव की निवासी है। वह नक्सली संगठनों के लिए हथियार और विस्फोटक सामग्री जमा करने की मुख्य आरोपी है।
- डीएसपी सुनील कुमार के मुताबिक: गिरफ्तार महिला नक्सली न केवल इलाके में सक्रिय थी, बल्कि उसने पुलिस और सुरक्षा बलों की योजनाओं को कई बार विफल करने में भूमिका निभाई थी।
- जांच जारी: एएसपी अभियान मोतीलाल ने कहा कि शीला से पूछताछ के आधार पर आगे और छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।
पुलिस के लिए क्यों है यह कामयाबी बड़ी?
- नक्सली गतिविधियों पर लगाम: यह गिरफ्तारी नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की बढ़ती पकड़ का संकेत है।
- महत्वपूर्ण जानकारियां: महिला नक्सली से पूछताछ के दौरान नक्सलियों के कई ठिकानों और उनकी योजनाओं का खुलासा हो सकता है।
- स्थानीय लोगों का भरोसा: इस कार्रवाई से इलाके के लोगों में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
क्या हो सकता है आगे?
- पूछताछ: महिला नक्सली से पूछताछ कर अन्य नक्सलियों के ठिकानों और हथियारों के स्टॉक की जानकारी जुटाई जाएगी।
- छापेमारी: इलाके में सघन छापेमारी अभियान और तेज किया जाएगा।
- सुरक्षा बढ़ाई जाएगी: नक्सल प्रभावित इलाकों में निगरानी के लिए सीसीटीवी और ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है।
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