Darbhanga News: दरभंगा में हुए बैंक कर्मचारी के घर के डकैती और हत्या के मामले में बहुत बड़े खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में एक आभूषण विक्रेता और एक किशोर की गिरफ्तारी भी हुई है। किशोर ने किए गए खुलासों से पुलिस भी चौंकी हुई है। इस वारदात को अंजाम देने के लिए नेपाल से भी बदमाशों को बुलाया गया था। इसका अंजाम दो नवंबर की रात को हुआ।
samastipurnews.in के संवाददाता, Darbhanga News: । सदर थानाक्षेत्र के लक्ष्मीसागर बैंकर्स कालोनी में स्थित बैंक कर्मी प्रकाश चंद्र मिश्रा के घर में डकैती में हुई पिता जतीश चंद्र मिश्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी सफलता प्राप्त की है।
आभूषण दुकानदार की गिरफ्तारी के बाद हुए खुलासों में
पुलिस ने वारदात में शामिल एक किशोर और आभूषण दुकानदार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में और परीक्षण में आभूषण विक्रेता के साथ और पांच बदमाशों का पता चला है। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है। इसमें तीन नेपाली और दो स्थानीय बदमाश शामिल हैं।
नगर एसपी सागर ने बताया कि वारदात के बाद एक टीम गठित की गई है, जिसमें सदर थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह, दारोगा सुभाष चंद्र मंडल, धर्मानंद कुमार, गुंजन कुमार, तकनीकी शाखा के प्रभारी अमित कुमार, शमशाद अहमद खां, सिपाही रामबाबू राय, राजीव कुमार और राहुल कुमार शामिल हैं। इसमें सदर थानाक्षेत्र के एक किशोर को गिरफ्तार किया गया है।
जिसके पास से उसका अपना मोबाइल बरामद हुआ है। पूछताछ के बाद जेपी चौक स्थित आभूषण दुकानदार विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के चुनाभट्टी निवासी राजा कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से गृहस्वामी के घर का एक जोड़ा चांदी का पायल और 18 ग्राम गला हुआ सोना बरामद किया गया है।
नेपाल से भी आए थे बदमाश
सागर ने बताया कि गिरफ्तार किशोर वारदात में शामिल था और उसकी निशानदेही के आधार पर स्थानीय और नेपाली सीमावर्ती क्षेत्रों में छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि शेष बदमाशों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। इसमें बताया गया है कि किशोर को बाल कल्याण समिति के माध्यम से बाल सुधार गृह भेजा गया है।
उधर, बताया जा रहा है कि किशोर ने आभूषण को ज्वेलरी दुकान में बेच दिया था। सत्यापन के दौरान मालूम हुआ है कि किशोर ने छोटी-मोटी वारदातों का हिस्सा बना रखा था। उन्होंने शराब कारोबार में डिलीवरी मैन के रूप में काम किया था। किशोर ने बताया कि नेपाल से तीन बदमाश और स्थानीय तीन लोग मिलकर वारदात को अंजाम दिया है।
पहले से की गई रेकी
वारदात को अंजाम देने के लिए पहले ही रेकी की गई थी। एक दिन वारदात को अंजाम देने के लिए आने की कोशिश की गई, हालांकि मौका नहीं मिलने से लौट गए। इसके बाद दो नवंबर की रात को वारदात को अंजाम दिया गया। इसके बाद उन्होंने सभी साथी नेपाल भाग लिए। बता दें कि डकैती के दौरान बैंक कर्मी के पिता जतीश चंद्र मिश्रा की हत्या कर दी गई थी, और साथ ही उनकी पत्नी को भी मारपीट कर जख्मी कर दिया गया था।
इस दौरान बैंक कर्मी के माता-पिता के कमरे से बदमाशों ने दो लाख नकदी सहित सात सोना के और चार चांदी के आभूषण, दो एटीएम कार्ड, पासबुक, पेंशन और जमीन के कागजात सहित दो मोबाइल लेकर फरार हो गए थे। वारदात को रात्रि के साढ़े बारह बजे में अंजाम दिया गया था। सभी पड़ोसी के मकान से बैंक कर्मी के छत पर चढ़ गए थे।
इसके बाद सीढ़ी के गेट को तोड़कर वारदात को अंजाम दिया गया। इस दौरान दूसरी मंजिल पर बैंक कर्मी अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ सोए हुए थे, जबकि ग्राउंड फ्लोर खाली था। इस घटना की जानकारी सुबह के साढ़े चार बजे बैंक कर्मी को मिली। इसके बाद स्वजन में कोहराम मच गया।
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