ज्योतिष

Aaj Ka Love Rashifal 27 October 2025: इन 4 राशियों की लव लाइफ में आएगा तूफान, टूट सकते हैं रिश्ते!

धर्म

Aaj Ka Panchang 27 October 2025: जानें आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, अभिजीत मुहूर्त, चंद्र नक्षत्र

धर्म

Chhath Puja 2025 Nahay Khay: नहाय-खाय पर करें ये शुभ दान, छठी मईया की कृपा से मिलेगा सुख-संपन्नता का आशीर्वाद

ज्योतिष

Aaj Ka Rashifal 25 October 2025: वृश्चिक समेत इन राशियों की बदलेगी किस्मत, जानें आज का भविष्यफल

ज्योतिष

Aaj Ka Love Rashifal 25 October 2025: शनिदेव करेंगे कमाल! आज इन 3 राशियों की लव लाइफ चमकेगी

धर्म

Aaj Ka Panchang 25 October 2025: शनिदेव की कृपा आज बरसेगी, जानिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल और तिथि का पूरा विवरण!

भोजपुरी न्यूज़

Akshara Singh Chhath Geet: अक्षरा सिंह ने छोड़ी फिल्म की शूटिंग, छठी मैया गीत ने मचाया धमाल

भोजपुरी न्यूज़

Kajal Raghwani Chhath Geet: छठ से पहले भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी का नया भक्ति गीत वायरल

बेगूसराय न्यूज़ / बेगूसराय की बहनों ने ‘दंगल’ से लिया प्रेरणा, पिता से कुश्ती की ट्रेनिंग लेकर किया बिहार को गर्वित

बेगूसराय की बहनों ने ‘दंगल’ से लिया प्रेरणा, पिता से कुश्ती की ट्रेनिंग लेकर किया बिहार को गर्वित

Reported by: Ground Repoter | Written by: Ritu Sharma | Agency: SN Media Network
Last Updated:

फिल्में न केवल मनोरंजन का एक स्रोत होती हैं, बल्कि कई बार ये लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम भी करती हैं। बेगूसराय के बखरी प्रखंड के सलौना गांव की दो बहनें शालिनी और निर्जला ने दंगल फिल्म से प्रेरणा लेकर कुश्ती की दुनिया में कदम रखा। बेगूसराय न्यूज में इन दोनों बहनों की कहानी आज एक मिसाल बन चुकी है। फिल्म "दंगल" में आमिर खान का डॉयलाग 'म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के' ने मुकेश कुमार स्वर्णकार को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों को पहलवान बनाने का संकल्प लिया और घर में ही अखाड़ा बना दिया।

पिता ने बनाया घर को अखाड़ा, बेटियों को दी कुश्ती की ट्रेनिंग

बेगूसराय में अपने छोटे से किराना दुकान चलाने वाले मुकेश ने अपनी बेटियों के लिए बहुत बड़ा सपना देखा था। मुकेश ने अपनी बेटियों को कुश्ती में ट्रेनिंग देने के लिए घर में ही अखाड़ा बनाया। "दंगल" फिल्म को देखकर उनके मन में यह ख्याल आया कि यदि वे खुद कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए, तो क्यों न अपनी बेटियों को कुश्ती का ट्रेनिंग देकर उनका भविष्य संवारें। इस विचार से प्रेरित होकर, उन्होंने शालिनी और निर्जला को कुश्ती की ट्रेनिंग देना शुरू किया।

बेगूसराय की बहनें कुश्ती में मिली सफलता, बिहार को दिलवाए मेडल

संबंधित आर्टिकल्स

Bihar Crime: शादी के 8 महीने बाद पत्नी की बेरहमी से हत्या, पति ने शव सड़क पर फेंका

बेगूसराय में गोलीबारी: ट्यूशन से लौट रही बच्ची की गोली लगने से मौत

बेगूसराय क्राइम न्यूज: मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन, भारी संख्या में हथियार बरामद, एक तस्कर गिरफ्तार

बेगूसराय में अपराध का कहर: किसान को गोली मारी, हालत गंभीर

बेगूसराय: हथियारों की तस्करी के आरोप में दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, गांजा और हथियार बरामद

बेगूसराय में खौ़फनाक वारदात: छोटे भाई ने बड़े भाई को पीट-पीटकर कर डाला मौत के घाट, जानें पूरा माजरा

शालिनी और निर्जला की मेहनत अब रंग लाने लगी है। 50 सालों के बाद बिहार में किसी लड़की ने कुश्ती में पदक जीते हैं, और वो पदक इन बहनों ने ही दिलवाए हैं। 2023 में निर्जला ने महिला कुश्ती में बिहार को रजत पदक दिलाया। उनका सपना अब ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना है। शालिनी और निर्जला दोनों ही गीता और बबीता फोगाट को अपना आदर्श मानती हैं और उनके जैसी ही सफलता पाने की उम्मीद करती हैं। इन दोनों बहनों ने न केवल बेगूसराय बल्कि बिहार को गौरवान्वित किया है।

इसे भी पढ़े

गांव में मिले ताने, अब मेडल से बदली सोच

जब शालिनी और निर्जला ने कुश्ती की ट्रेनिंग शुरू की, तो गांव के लोग उन पर ताने कसते थे। लेकिन मुकेश ने कभी इन बातों को अपने हौसले को कमजोर करने का मौका नहीं दिया। वे जानते थे कि अगर उनकी बेटियां मेहनत करेंगी तो एक दिन जरूर कुछ बड़ा हासिल करेंगी। और आज उनकी मेहनत रंग लाई है। बेगूसराय न्यूज में उनकी कहानी अब हर किसी के लिए प्रेरणा बन चुकी है। शालिनी और निर्जला ने अपनी कड़ी मेहनत से न केवल गांव, बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया है।

शालिनी और निर्जला का सपना है ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व

शालिनी और निर्जला ने कुश्ती में अपने सफर की शुरुआत 2019 में की थी। उन्होंने पहले गांव में दंगल में भाग लिया और वहां बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद, उनका दाखिला उत्तर प्रदेश के नंदनी नगर अखाड़ा में कराया गया, जहां से उनका सफर आगे बढ़ा। शालिनी और निर्जला ने अब तक कई राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं। अब उनका सपना है ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना।

बेगूसराय की बेटियों ने तोड़ा 50 सालों का सूखा

दूसरी ओर, बेगूसराय के जिला कुश्ती संघ के सचिव कुंदन कुमार ठाकुर का कहना है कि शालिनी और निर्जला ने 50 सालों से सूखी पड़ी बिहार की महिला कुश्ती को फिर से जीवित किया है। निर्जला ने 50 साल बाद बिहार को महिला कुश्ती में रजत पदक दिलाया है, जबकि शालिनी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में रजत और गोल्ड मेडल जीते हैं। इन दोनों बहनों ने साबित कर दिया है कि अगर मेहनत और जुनून हो तो कोई भी बाधा रुकावट नहीं डाल सकती।

बेगूसराय में कुश्ती के नए सितारे, बिहार की शान बढ़ाई

बेगूसराय की ये दोनों बहनें अब कुश्ती के क्षेत्र में एक आदर्श बन चुकी हैं। उनके संघर्ष और मेहनत ने न केवल बेगूसराय को गौरवान्वित किया है, बल्कि बिहार के हर खिलाड़ी को यह संदेश दिया है कि अगर कुछ बड़ा करना है तो मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। शालिनी और निर्जला का लक्ष्य अब ओलिंपिक में भारत को मेडल दिलाना है, और इस सफर में उन्हें हर किसी का समर्थन चाहिए।

इन दोनों बहनों की मेहनत और संघर्ष ने बेगूसराय न्यूज और बेगूसराय को गर्व महसूस कराया है, और पूरी दुनिया में यह संदेश दिया है कि बेटियां किसी से कम नहीं होतीं।

इसे भी पढ़े :- Begusrai में दिल दहला देने वाला हादसा: Train के इंजन और बोगी के बीच फंसे Railway Worker की दर्दनाक मौत, 2 घंटे तक फंसा रहा शव


ABOUT THE AUTHOR

Ritu Sharma
Ritu Sharma

Ritu Sharma is an experienced news editor with over a decade in journalism, currently leading editorial efforts at SamastipurNews.in. Renowned for her commitment to journalistic integrity and precision, Ritu has developed a reputation for curating insightful, unbiased news content that resonates with readers. She holds a Master’s degree in Journalism and Mass Communication, equipping her with deep expertise in media ethics and storytelling. ...और पढ़ें


Samastipur News को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।


Tags :

First Published : नवम्बर 9, 2024, 02:43 अपराह्न IST

बेगूसराय न्यूज़ / बेगूसराय की बहनों ने ‘दंगल’ से लिया प्रेरणा, पिता से कुश्ती की ट्रेनिंग लेकर किया बिहार को गर्वित