Vyomika Singh Education in Hindi: नमस्कार मैं सौरभ ठाकुर samastipurnews.in से आपको बताते चले की आज यानी 14 मई 2025 को पूरे देश में भारतीय वायुसेना की महिला अधिकारियों की वीरता की चर्चा हो रही है। खासकर विंग कमांडर व्योमिका सिंह का नाम हर जुबान पर है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में अपनी अद्भुत भूमिका निभाकर न सिर्फ मिशन को सफल बनाया, बल्कि देश की बेटियों को भी एक नई उड़ान दी।
Vyomika Singh Education in Hindi: बचपन से था उड़ान का सपना
Vyomika Singh Education की बात करें तो उनका नाम ही उनके सपनों का प्रतीक है। "व्योमिका" का अर्थ होता है – आकाश में रहने वाली। छठी कक्षा में ही उन्होंने पायलट बनने का सपना देखा और उस दिशा में ठोस कदम बढ़ाए। उन्होंने एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) में भाग लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर भारतीय सेना में शामिल हुईं।
संबंधित आर्टिकल्स
Neetu Mam Success Story: KD Campus से लेकर SSC Protest तक का सफर, अब सरकार से सीधी टक्कर!
SSC Protest में ‘मर्द होते तो वर्दी पहनते’ पर बवाल! Rakesh Sir Vs Delhi Police – पूरा वीडियो वायरल!”
SSC Paper Leak पर छात्रों का बवाल! जंतर-मंतर बना हंगामे का गढ़ – पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप!
Haryana CET Exam 2025: जुड़वा बहनों से जुड़ा अनोखा मामला, पुलिस की सख्ती बनी परेशानी का कारण
RSSB Rajasthan Patwari Exam Date 2025: 17 अगस्त को होगी परीक्षा, जानिए पूरा शेड्यूल
Internship Programs: इंटर्नशिप के ये अवसर बढ़ा सकते हैं करियर की रफ्तार | Apply Now!
उनके परिवार में किसी ने पहले वर्दी नहीं पहनी थी, लेकिन उन्होंने इस परंपरा को तोड़ा और अपने सपनों को जीया। 18 दिसंबर 2019 को उन्हें भारतीय वायुसेना में हेलिकॉप्टर पायलट के रूप में स्थायी कमीशन प्राप्त हुआ।
Vyomika Singh Career: उड़ानों से रचा इतिहास

Vyomika Singh Career in Hindi में यह समझना जरूरी है कि उन्होंने केवल पढ़ाई तक सीमित रहकर नहीं, बल्कि अपने अनुभवों से भी बहुत कुछ सीखा। अब तक वह 2,500 घंटे से भी ज्यादा की उड़ान भर चुकी हैं। उन्होंने चेतक और चीता हेलिकॉप्टरों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत की खतरनाक पहाड़ियों में उड़ाया है।
2020 में अरुणाचल प्रदेश में जब मौसम बिगड़ गया और कई जानें खतरे में थीं, तब उन्होंने एक जोखिम भरे रेस्क्यू मिशन की अगुवाई की। 2021 में वे एक ऑल-वुमन सैन्य टीम के साथ माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर चढ़ाई करने वाली महिला बनीं। इस साहसिक मिशन को सेना के शीर्ष अधिकारियों ने सराहा और प्रशंसा पत्र भी प्रदान किए।
ऑपरेशन सिंदूर में अहम योगदान
7 मई को जब भारत ने आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए सीमित और सटीक ऑपरेशन चलाया, तो उसमें व्योमिका सिंह की रणनीति और तैयारी ने बड़ा रोल निभाया। मॉक ड्रिल और अभ्यास अभियानों की वजह से सेना ने बेहद सुनियोजित तरीके से जवाब दिया और दुश्मन को संभलने का मौका ही नहीं मिला। यही नहीं, ऑपरेशन के बाद व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने पहली बार महिला अफसरों के रूप में संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की। यह भारतीय सैन्य इतिहास के लिए एक नई शुरुआत थी।
नई पीढ़ी के लिए आदर्श
आज की तारीख में विंग कमांडर व्योमिका सिंह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने यह साबित किया कि बेटियां भी आकाश की ऊंचाइयों को छू सकती हैं। Vyomika Singh Education और करियर की यह कहानी हर उस युवा के लिए मिसाल है जो अपने सपनों को उड़ान देना चाहता है।
धन्यवाद मैं सौरभ ठाकुर samastipurnews.in से और आपको ऐसे ही लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमारे वेबसाइट को फॉलो करें और हमारे आदर्श सोशल मीडिया पर जाकर हमें फॉलो कर सकते हैं धन्यवाद।
यह भी पढ़ें:-
- CBSE Board 12th Result 2025 में ट्रांसजेंडर छात्रों ने रच दिया इतिहास! 100% सफलता से सबको चौंका दिया
- CBSE Board Class 12th Topper 2025: यूपी की बेटी सावी जैन बनीं देश की टॉपर, 500 में से 499 अंक हासिल किए
- HBSE Haryana Board Result 2025 OUT! टॉपर्स लिस्ट में चौंकाने वाले नाम, रोल नंबर डालते ही खुली किस्मत – अभी चेक करें
- ICAI CA Exam Schedule 2025: सीए परीक्षा की नई तारीखें घोषित, जानें पूरा टाइमटेबल