समस्तीपुर/विभूतिपुर: शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ ने विभूतिपुर में फर्जी तरीके से शिक्षकों को योगदान कराने के मामले में दो प्रभारी हेडमास्टरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है। इस संबंध में सचिव नियोजन इकाई को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें कार्रवाई की जानकारी देने को कहा गया है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन की अध्यक्षता में विभूतिपुर में फर्जी तरीके से शिक्षकों को योगदान कराने के मामले की जांच की जा रही थी। इस जांच में प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिलीप राम और प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया वार्ड एक के प्रभारी प्रधानाध्यापक अविनाश कुमार टंडन पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से फर्जी शिक्षकों को विद्यालय में योगदान कराया। इस कारण नगर थाना समस्तीपुर में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने दोनों हेडमास्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
शिक्षा विभाग के पत्र में कहा गया है कि विभूतिपुर में फर्जी तरीके से शिक्षकों को योगदान कराने के मामले में दोनों हेडमास्टरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। पत्र की प्रतियां ग्राम पंचायत राज खास टभका दक्षिण, ग्राम पंचायत राज कल्याणपुर दक्षिण के सचिवों और बीडीओ विभूतिपुर को भी भेजी गई हैं, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
गौरतलब है कि 27 सितंबर को बीईओ कृष्णदेव महतो ने नगर थाना समस्तीपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया कि डीएम के आदेश पर अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन ने विभूतिपुर में फर्जी तरीके से शिक्षकों को योगदान कराने के मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था। इस जांच के तहत विभूतिपुर प्रखंड के 18 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बुलाया गया था।
जांच के दौरान निकहत परवीन, जो कि प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर की फर्जी शिक्षिका हैं, के बारे में दिलीप राम से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि निकहत परवीन पिछले दो वर्षों से विद्यालय में कार्यरत हैं। जब अपर समाहर्ता ने गहराई से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति, जिसका नाम परवेज है, ने 35,000 रुपये लेकर निकहत का योगदान कराया।
जांच में यह भी सामने आया कि प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया के प्रभारी प्रधानाध्यापक अविनाश कुमार टंडन पर भी आरोप हैं कि वे फर्जी शिक्षकों के बचाव का प्रयास कर रहे थे। प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया में शिल्पी कुमारी, सुधांशु कुमार और कंचन कुमारी पर भी जांच जारी है। इसी प्रकार, प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर में निकहत परवीन और तनुजा कुमारी के मामले की भी जांच हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, प्रखंड में ऐसे दो दर्जन संदिग्ध शिक्षकों की जांच की जा रही है, जिससे शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
इसे भी पढ़े :-
- दरभंगा का दिल दहला देने वाला सच: नवरात्रि के नाम पर चंदा न देने पर युवक को पीटा
- बिहार में बिजली उपभोक्ताओं के लिए नई व्यवस्था, मिल सकती है सस्ती या महंगी बिजली – जानिए डिटेल
- बिजली के संकट से बचें: शनिवार को इन क्षेत्रों में रहेगी बिजली ठप
- बिहार में जमीन सर्वे के नाम पर बड़ा घोटाला: चार राजस्व कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी
- बिहार STF की बड़ी कार्रवाई: 10 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद