PM Kisan Yojana 2024: प्रधानमंत्री किसान योजना के चक्कर में, आवेदन में किसी भी तरह की छोटी सी ग़लती आपको योजना की किस्तों से महसूस करा सकती है। यदि आपके बैंक खाते में योजना की राशि पहुंची नहीं है, तो सबसे पहले आपको अपने आवेदन की स्थिति की जाँच करनी चाहिए। यदि आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी में कोई गलती हो, तो इसका मतलब है कि आप आने वाले भुगतान से वंचित कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के खातों में एक क्लिक के साथ 16वीं किस्त की राशि जारी की। जिले के किसानों के खातों में सम्मान निधि पहुंचने से उनके चेहरे खिल उठे। उनमें से कुछ किसान ऐसे भी थे जिनके चेहरों पर गड़बड़ी के कारण 2019 से योजना से वंचित थे, लेकिन इस बार उनके खातों में पांच साल बाद एक साथ 14 किस्त की राशि पहुंची है। उनके चेहरों पर भी रौनक दिखाई दी और वे इस आयोजन के लाभ से संतुष्ट थे।
किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत, जिले के 48,211 किसानों के खातों में 16वीं किस्त के रूप में दो-दो हजार रुपए डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी गई हैं। पहले, 15 नवंबर 2023 को, किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी की गई थी। इस किस्त की माध्यम से, बुधवार को 1,628 किसानों को लाभ मिला, जो 2019 के बाद सम्मान निधि की किस्त को पहली बार अपने खातों में प्राप्त कर रहे हैं। इन किसानों को एक साथ 14-14 किस्तों में, अर्थात 28-28 हजार रुपए की राशि, उनके खातों में संबंधित किस्तों के माध्यम से पहुंची है।
48 हजार से अधिक किसानों को लाभ हो रहा है।
कृषि उप निदेशक रामजतन मिश्र ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत किसान को छह हजार रुपये सालाना तीन किस्तों में उनके खातों में भेजे जाते हैं। इस जिले में इस योजना से 48 हजार से अधिक किसान लाभान्वित हो रहे हैं, जिन्होंने पोर्टल पर पंजीकरण करते हुए अपने सभी कागजात पूर्ण किए हैं।
गाजियाबाद में, किसान सम्मान निधि से लाभान्वित होने वाले किसानों को किस्तवार अनुदान।
किस्त | किसान |
प्रथम | 59,603 |
दूसरी | 58,965 |
तीसरी | 58,520 |
चौथी | 57,485 |
पांचवी | 56,900 |
छठी | 55,023 |
सातवीं | 55,705 |
आठवीं | 54,787 |
नवीं | 54,102 |
दसवीं | 50,752 |
11वीं | 49,803 |
12वीं | 45,089 |
16वीं | 48,211 |
इन गलतियों के कारण भी पैसे अटक सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान योजना के आवेदन में किसी भी तरह की छोटी सी गलती से आपको इस योजना की किस्तों से वंचित किया जा सकता है। यदि आपके बैंक खाते में प्रधानमंत्री किसान योजना की राशि नहीं आई है, तो सबसे पहले अपनी आवेदन स्थिति की जाँच करें। यदि आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी में जैसे लिंग की गलती, नाम की गलती, आधार नंबर की गलती, या पता आदि में कोई भी गलती है, तो आप किस्त से वंचित रह सकते हैं। इस जानकारी में यदि कोई त्रुटि हो, तो कृपया तुरंत उसे सही करें। ऐसा करने से यह संभावना है कि आपकी राशि आपके खाते में अगली किस्त के साथ स्वीकृत होकर भेज दी जा सकती है।
प्रधानमंत्री किसान में लाभार्थी सूची में अपना नाम जाँचने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं
- वेबसाइट के दाएं कोने में ‘लाभार्थी सूची’ टैब पर क्लिक करें।
- ड्रॉप-डाउन मेनू से अपने राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक, और गांव का विवरण चुनें।
- रिपोर्ट प्राप्त करें’ टैब पर क्लिक करें और आवश्यक जानकारी भरें।
- इसके बाद, आप अपने किसान सम्मान निधि की रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान लाभार्थी अस्वीकृति के कारण
- डुप्लिकेट लाभार्थी के नाम का विवरण।
- केवाईसी पूरा नहीं होना।
- आवेदन पत्र भरते समय गलत आईएएफएससी कोड।
- बैंक खाता बंद हो गया है या वैध नहीं है, खाता स्थानांतरित हो गया है।
- लाभार्थियों का आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं है।
- अमान्य बैंक, डाकघर का नाम।
- लाभार्थी का खाता संख्या, लाभार्थी कोड, और योजना से संबंधित नहीं है।
- खाता और आधार दोनों ही अमान्य हैं।
प्रधानमंत्री किसानों की शिकायतें कैसे दर्ज करें
यदि किसी किसान ने प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 2,000 रुपये की 15वीं किस्त नहीं प्राप्त की है, तो वह प्रधानमंत्री किसान हेल्पडेस्क पर शिकायत दर्ज कर सकता है। इसके लिए सोमवार से शुक्रवार तक शिकायत की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकता है। यहां आप ईमेल के माध्यम से भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- ईमेल आईडी: pmkisan-ict@gov.in।
- पीएम-किसान हेल्पलाइन नंबर 155261/011-24300606।
- पीएम किसान टोल-फ्री नंबर 1800-115-526 है।
पीएम किसान-ईकेवाईसी कैसे करें
- ओटीपी आधारित ई-केवाईसी का उपयोग कृषि सेवाओं को सुधारने के लिए किया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री-किसान पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन पर उपलब्ध है।
- बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी का अनुभव कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) और राज्य सेवा केंद्र (एसएसके) पर सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे सार्वजनिक सेवाएं और कृषि सम्बंधित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।
- फेस ऑथेंटिकेशन-आधारित ई-केवाईसी पीएम किसान मोबाइल एप्लिकेशन पर भी उपलब्ध है, जिसका उपयोग लाखों किसानों द्वारा किया जाता है। इसके माध्यम से, किसानों को अपने कृषि संबंधित कार्यों को सरलता से प्रबंधित करने का एक सुविधाजनक और सुरक्षित तरीका प्राप्त होता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) विश्व के सबसे बड़े प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजनाओं में से एक है। इस योजना के अंतर्गत देशभर में पंजीकृत होने वाले पात्र किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये का मौद्रिक पुरस्कार प्राप्त होगा, जिसका भुगतान प्रत्यक्ष प्राप्ति हस्तांतरण (डीबीटी) विधि का उपयोग करके हर चार महीने में तीन समान किश्तों में उनके बैंक खातों में किया जाएगा।
अगर पैसे नहीं आ रहे हैं, तो तत्काल ये काम करें।
हम सभी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है. अब हम नए लोगों को इसके बारे में बताएंगे कि यह एक केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है जिसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. इस योजना के तहत, हर साल किसानों को छह हजार रुपये की किस्तों के रूप में बैंक खाते में जमा किया जाता है। अब तक, 16 किस्तें किसानों के खातों में जारी की गई हैं.
इस योजना में समय-समय पर कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं, जिसमें e-KYC का एक बड़ा बदलाव देखा जा सकता है. पिछली किस्तों में यह देखा गया था कि उन किसानों के खातों में पैसे नहीं आए जो e-KYC नहीं करा पा रहे थे. इस बार कुछ किसानों का ऐसा भी सामना हुआ है जिन्होंने e-KYC करवाई, लेकिन फिर भी उनके खातों में पैसे नहीं आए. किसान इस प्रकार से तत्काल प्रधानमंत्री किसान को आधिकारिक ईमेल ‘pmkisanict@gov.in’ पर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा, वे टोल फ्री नंबर 1800115526 या 155261 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
इसके कारण पैसे नहीं आ सकते हैं
14वीं और 15वीं किस्त के बाद, उन किसानों के खातों में जिन्हें पैसे नहीं मिले थे, सरकार ने बताया है कि उन्होंने e-KYC नहीं कराई थी, इसलिए उनके खातों में पैसे नहीं गए थे। इसके बाद, सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के लिए कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए. गाँव-गाँव में कैंप्स लगाए गए, जहां e-KYC की प्रक्रिया पूरी की गई, लेकिन समस्त मुद्दा इससे ही सीमित नहीं रहा.
इसके अलावा, भू-लेख की पुष्टि करने, और खातों से संबंधित किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के स्थिति में, किसानों के खातों में रुके हुए पैसे को रोक दिया गया था. इस प्रकार, केवल e-KYC करवाने से ही पैसे नहीं आएंगे. यह भी संभावना है कि आपके खाते में कोई अन्य समस्या हो या फिर भू-लेख सत्यापन लंबित होने पर भी पैसे रुक सकते हैं.
हर साल किसानों को 6,000 रुपये का लाभ प्राप्त होता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय योजना है जिसमें भारत सरकार द्वारा सौ प्रतिशत योगदान प्रदान किया जाता है। इस योजना की शुरुआत 1 दिसंबर, 2018 से हुई थी। इसके अंतर्गत, उन किसानों को लाभ मिलता है जिनके पास खेत हैं, और उन्हें हर साल 6,000 रुपये की तीन समान किस्तों में दी जाती हैं। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है।
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