Darbhanga: दहेज को लेकर नवविवाहिता की हत्या, शव जलाकर फरार हुए ससुरालवाले

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Darbhanga: बिहार के दरभंगा जिले के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता की हत्या का मामला सामने आया है। मृतका तनु कुमारी (22 वर्ष) की शादी फरवरी 2024 में दरभंगा के जयदेवपट्टी गांव निवासी राहुल झा से हुई थी। आठ महीने पहले ही हुई इस शादी के बाद, मृतका के परिवार ने आरोप लगाया है कि ससुरालवालों ने दहेज के लिए तनु को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी थी।

मायके वालों का कहना है कि शादी के कुछ महीनों बाद ही ससुरालवालों ने बुलेट बाइक और ढाई लाख रुपये की मांग की थी। दहेज की यह मांग पूरी न हो पाने के कारण तनु को हत्या कर दी गई, और शव को जला कर आरोपी फरार हो गए।

दहेज की मांग और उत्पीड़न का आरोप

तनु के पिता, नूनू झा ने बताया कि शादी के कुछ दिनों बाद से ही उनकी बेटी को ससुरालवालों की ओर से लगातार तंग किया जा रहा था। तनु ने घर लौटकर अपने माता-पिता को बताया था कि उसके ससुरालवाले बुलेट बाइक और ढाई लाख रुपये की मांग कर रहे थे। इस पर परिवार ने कई बार दामाद और उसके परिवार के साथ समझौता करने की कोशिश की, लेकिन मामला हल नहीं हो सका। कुछ समय बाद, तनु को ससुरालवाले घर से लेकर वापस अपने घर ले गए, और 9 नवम्बर को उसकी हत्या कर दी।

मौत के बाद शव को जलाया

पुलिस की जांच में सामने आया कि तनु की हत्या के बाद ससुरालवालों ने शव को एक ईंट भट्ठे के पास जलाकर पूरी तरह से नष्ट करने की कोशिश की। घनश्यामपुर थाना के थानाध्यक्ष अजित कुमार ने पुष्टि की कि शव जलाने की घटना सत्य है और यह एक सुनियोजित हत्या का हिस्सा प्रतीत होती है।

एफआईआर दर्ज, आरोपी फरार

मृतका के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों में पति राहुल झा, सास सुधीरा देवी, गोतनी पल्लवी देवी और अन्य परिवार सदस्य शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि फिलहाल आरोपी फरार हैं, और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

घनश्यामपुर थानाध्यक्ष अजित कुमार ने बताया, “हमने आरोपी पक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और मामले की जांच जारी है। फिलहाल सभी आरोपी घर बंद करके फरार हो गए हैं।”

दहेज प्रथा और महिला सुरक्षा पर सवाल

यह घटना दहेज प्रथा के खतरनाक रूप को एक बार फिर उजागर करती है, जो बिहार जैसे राज्य में अब भी व्याप्त है। दहेज की मांग न पूरी होने पर महिलाओं को हिंसा, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है, जो कभी-कभी हत्या तक की घटनाओं को जन्म देती है। बिहार में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन को और कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।

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