Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल भी तेज होती जा रही है। खासकर चिरैया विधानसभा सीट पर इस बार सभी की निगाहें टिकी हैं। यहाँ से किस पार्टी का उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेगा, यह चर्चा का बड़ा विषय बन गया है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि इस सीट की राजनीति में क्या-क्या बदल रहा है, पिछले आंकड़े क्या कहते हैं और इस बार के चुनाव में कौन-कौन दावेदार हो सकते हैं।
चिरैया विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास

चिरैया विधानसभा सीट, पूर्वी चंपारण जिले में स्थित है। यह सीट हमेशा से राजनीतिक दृष्टि से अहम मानी जाती रही है। पिछले कुछ चुनावों में यहां का जनादेश कई बार चौंकाने वाला रहा है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में यहां से XYZ पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। लेकिन जीत का अंतर बहुत कम था, जिससे यह साफ हो गया कि यहां की जनता हर बार बदलाव चाहती है। यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है। यहां के मतदाता जातिगत समीकरणों, स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवार की छवि को ध्यान में रखकर वोट डालते हैं। इसी वजह से राजनीतिक पार्टियां हर बार यहां विशेष रणनीति अपनाती हैं।
बिहार चुनाव 2025: नए समीकरण, नई रणनीति
संबंधित आर्टिकल्स
Bihar Voter List Controversy: नवादा में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ राहुल-तेजस्वी का BJP और चुनाव आयोग पर हमला
Bihar Politics Rebellion And Defeat Spoiled: बगावत, हार और पाला बदल से महागठबंधन की मुश्किलें, NDA का पलड़ा भारी
Bihar Voter list verification: 42 लाख मतदाता नहीं मिले अपने पते पर, जानें चुनाव आयोग का नया ऐलान
Bihar Election 2025 New Booths: बिहार में बने 12817 नए मतदान केंद्र, जानिए इससे क्या बदलेगा
Bihar Election 2025: चंपारण से बीजेपी की नई उम्मीद बनकर आ रहे हैं पीएम मोदी
Bihar Election 2025 को लेकर इस बार सभी प्रमुख पार्टियां ज़मीनी स्तर पर काम कर रही हैं। जमीनी कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया गया है और सोशल मीडिया पर भी प्रचार तेज कर दिया गया है। चिरैया में युवाओं की बड़ी संख्या है, जो इस बार चुनाव परिणाम में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इस बार राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां दोनों ही पूरी तैयारी में हैं। जनता दल (यू), राष्ट्रीय जनता दल, भाजपा और कांग्रेस सभी ने अपने-अपने संभावित उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बना ली है। हालांकि अभी तक आधिकारिक सूची जारी नहीं हुई है, लेकिन दावेदारों के नामों की चर्चाएं ज़ोरों पर हैं।
चिरैया में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य और युवाओं के रोजगार जैसे मुद्दे सबसे अहम हैं। जनता अब वादों से ज़्यादा काम को देखकर वोट करना चाहती है। ऐसे में, जो भी उम्मीदवार इन मुद्दों को लेकर गंभीरता से सामने आएगा, उसके जीतने की संभावना ज़्यादा हो सकती है।
पिछले चुनावी आंकड़े क्या कहते हैं?
चिरैया विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन चुनावों के परिणाम यह बताते हैं कि यहां जीत का अंतर बहुत कम रहता है। यानी मुकाबला कड़ा होता है। 2010 में एक पार्टी को बहुमत मिला, लेकिन 2015 में सत्ता बदल गई। 2020 में फिर से पासा पलटा और दूसरे दल ने सीट अपने नाम की। यह सीट swing सीट के तौर पर जानी जाती है, मतलब यहां कोई एक पार्टी का दबदबा लंबे समय तक नहीं रहता। यहां के मतदाता काफी समझदार माने जाते हैं, जो हर बार नये समीकरण बनाते और बिगाड़ते हैं।
चुनावी माहौल और संभावित उम्मीदवार

चिरैया में अभी से चुनावी माहौल बनना शुरू हो गया है। गांवों और कस्बों में चाय की दुकानों से लेकर पंचायत स्तर तक राजनीति चर्चा का विषय बन चुकी है। क्षेत्र के पुराने नेताओं के साथ-साथ नए चेहरे भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार कुछ नाम चर्चा में हैं। XYZ पार्टी से पूर्व विधायक का नाम आगे चल रहा है, वहीं विपक्ष की ओर से किसी युवा नेता को टिकट देने की संभावना जताई जा रही है।
इन्हे भी पढ़ें:-