Bihar Election 2025 की चुनावी बिसात पर सबसे बड़ा दांव जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने चला है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और राघोपुर विधायक तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोलते हुए भविष्यवाणी की है कि इस विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव अपनी पारंपरिक सीट राघोपुर से हार सकते हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि तेजस्वी का हाल वही होगा, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी का हुआ था, जहां उन्हें अपनी पारंपरिक सीट गंवानी पड़ी थी। यह बयान Bihar Election 2025 की सबसे चर्चित और हाई-प्रोफाइल चुनावी लड़ाई को जन्म दे सकता है।
प्रशांत किशोर ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि राघोपुर से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा मात्र से ही राजद नेता को हार का इतना डर सताने लगा है कि वह अब दूसरी सुरक्षित सीट तलाशने लगे हैं। पीके ने कटाक्ष किया, "अगर मैं स्वयं राघोपुर में उतर गया, तो तेजस्वी को वहां से भागना ही पड़ेगा।
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उनका हश्र भी राहुल गांधी जैसा होगा, जिन्हें अमेठी से हारने के बाद वायनाड जाना पड़ा था।" प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि राघोपुर क्षेत्र में विकास की कमी और बदहाली है, जिसके कारण जनता बदलाव चाहती है और यही वजह है कि लालू परिवार का गढ़ मानी जाने वाली यह सीट इस बार उनके लिए मुश्किल साबित होगी।
क्या तेजस्वी यादव वाकई राघोपुर के अलावा किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ेंगे?
हाँ, प्रशांत किशोर के इस दावे के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि तेजस्वी यादव राघोपुर के साथ-साथ फुलपरास या किसी अन्य सुरक्षित सीट से भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि तेजस्वी यादव MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण के अलावा अन्य वोट बैंक में सेंध लगाने और जोखिम को कम करने के लिए दो सीटों से चुनाव लड़ने का विकल्प चुन सकते हैं।
प्रशांत किशोर ने राघोपुर में व्याप्त समस्याओं, खासकर बाढ़ की समस्या और बुनियादी सुविधाओं की कमी को उठाया है। उन्होंने कहा कि एक विधायक के रूप में तेजस्वी यादव ने अपने क्षेत्र के लिए कोई खास काम नहीं किया है, जिससे जनता में नाराजगी है। प्रशांत किशोर ने संकेत दिया कि वह जल्द ही राघोपुर की जनता से राय लेंगे और फिर उनकी पार्टी, जन सुराज, तय करेगी कि वहां से उम्मीदवार कौन होगा।
प्रशांत किशोर का यह सीधा ललकार तेजस्वी यादव के लिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि राघोपुर लालू परिवार की राजनीतिक विरासत का प्रतीक है, जहां से खुद लालू यादव और राबड़ी देवी भी चुनाव लड़ चुके हैं। Bihar Election 2025 में इस बयान ने विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों को अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे यह मुकाबला अब व्यक्तिगत प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है।
प्रशांत किशोर का यह दावा कि राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव को हार मिलेगी और उनका हाल राहुल गांधी जैसा होगा, आगामी Bihar Election 2025 की सबसे बड़ी हेडलाइन बन चुका है। यह सीधा हमला राजद के सबसे मजबूत किले को भेदने की कोशिश है, जिससे यह विधानसभा चुनाव और भी रोमांचक और अप्रत्याशित हो गया है। अब सभी की निगाहें तेजस्वी यादव के अगले कदम और राघोपुर की चुनावी बिसात पर टिकी हैं।
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