बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी 15 दिसंबर से ‘महिला संवाद यात्रा’ पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा का उद्देश्य महिलाओं की समस्याओं को सुनना और उन्हें दूर करने के लिए योजनाएं बनाना है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री जनता से सरकारी योजनाओं का फीडबैक भी लेंगे और कुछ नई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी कर सकते हैं।
वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की मांग
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के दौरान एक नए जिले की घोषणा कर सकते हैं। दरअसल, पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की मांग काफी लंबे समय से हो रही है। यह क्षेत्र विकास में पिछड़ा हुआ है, और यहां के लोग इसे जिला बनाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र के विकास के लिए कई प्रयास किए हैं, जिनमें वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व का सौंदर्यीकरण और टूरिज्म को बढ़ावा देना शामिल है। अब लोगों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के दौरान वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं।
नए जिले की संभावना और प्रशासनिक बदलाव
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर एक कमेटी का गठन किया था, जिसका कार्य नए जिले पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करना था। इस कमेटी की रिपोर्ट दिसंबर में आने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, जिला मुख्यालय के लिए बगहा या रामपुर को चुने जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, धनहा को अनुमंडल बनाने की चर्चा भी हो रही है, साथ ही सेमरा और बखरी बाजार को प्रखंड अंचल बनाने की संभावना है।
ऐतिहासिक संदर्भ
यह ध्यान देने योग्य है कि 20 अगस्त 2001 को राबड़ी देवी के शासनकाल में अरवल को बिहार का अंतिम नया जिला बनाया गया था। अब, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वादे के बाद इस पर फिर से विचार किया जा रहा है। लोगों में वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की उम्मीद जागी है। इस समय बिहार में कुल 38 जिले हैं, और अगर यह घोषणा होती है तो यह राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
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