गंगा का बढ़ता जलस्तर: बेगूसराय में गंगा नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि ने मटिहानी प्रखंड क्षेत्र के बलहपुर पंचायत स्थित सिंहपुर गांव में गंभीर कटाव की स्थिति पैदा कर दी है। मात्र 24 घंटे में 18 घर गंगा की लहरों में समा गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1.21 मीटर ऊपर
गंगा का जलस्तर आज खतरे के निशान से 1.21 मीटर ऊपर पहुंच गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण लोग चिंतित हैं। कई परिवारों ने अपने छोटे बच्चों और महिलाओं को रिश्तेदारों के पास भेज दिया है, जबकि कुछ लोग बांध पर रात भर जागकर अपने घरों और संपत्तियों की रक्षा कर रहे हैं।
गंगा का कटाव: तबाही का कारण
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बीते 24 घंटे में जितेन्द्र सिंह, अरविंद प्रसाद सिंह, अनंत कुमार, नवल किशोर सिंह, कमल किशोर सिंह, शैल देवी, रामकिशोर सिंह, रामाकांत सिंह, रामनिवास सिंह, देवेन्द्र सिंह, सुभाष कुमार सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, कर्मवीर सिंह, सुबोध सिंह, सीताराम सिंह, अभिनव सिंह, मन्नू कुमार, और अंशु कुमार के घर गंगा की लहरों में बह गए हैं। इस स्थिति ने गांव में भय का माहौल बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि "गंगा का कटाव तबाही का कारण बन रहा है," जिससे भविष्य में पूरी बस्ती के विलीन होने का खतरा है।
कटाव का कारण: अवैध बालू खनन
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गांव के समीप गंगा की उपधारा बहती है, जिसके किनारे करीब 50 से 100 फीट तक अवैध तरीके से बालू का खनन किया गया था। जलस्तर बढ़ने पर अवैध खनन के कारण मुख्य धारा का पानी सीधे गांव की ओर आ गया, जिससे कटाव की स्थिति गंभीर हो गई। हालांकि, कटाव निरोधक कार्य किए गए थे, लेकिन जलस्तर बढ़ने के कारण कटाव फिर से शुरू हो गया।
स्थानीय प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
इस संबंध में मटिहानी के विधायक और विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजकुमार सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिलते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहां के ग्रामीणों ने बताया कि वे अपने सामान निकाल चुके थे और घर गिरने की आशंका थी। विधायक ने कहा कि गंगा का प्रवाह काफी तेज है और कटाव रोकने के लिए स्थायी बाढ़ निरोधक कार्य की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि जलस्तर कम होने से कटाव रुका था, लेकिन अब पानी अधिक होने से स्थिति खतरनाक हो गई है। जिला प्रशासन ने भी मौके का निरीक्षण किया है और उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति
बिहार में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थितियों से निपटा जा सके।
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