पटना: बिहार में बिजली उपभोक्ताओं के लिए फिर से एक बड़ा बदलाव होने वाला है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या उपभोक्ताओं को बिजली के बिल में राहत मिलेगी या उन्हें झटका लगेगा? इस बदलाव का सीधा असर आम लोगों पर पड़ने की संभावना है। अब बिहार में दिन के समय सस्ती और शाम के समय महंगी बिजली दी जा सकती है। बिजली कंपनियों ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है और इसका प्रस्ताव नवंबर में बिहार विद्युत विनियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission) को सौंपा जाएगा।
टाइम ऑफ डे (TOD) टैरिफ
बिजली कंपनियों का कहना है कि फिलहाल औद्योगिक इकाइयों को टाइम ऑफ डे (TOD) टैरिफ का लाभ मिल रहा है। अब इस सुविधा को घरेलू उपभोक्ताओं के लिए भी लागू करने पर विचार किया जा रहा है। यदि विद्युत विनियामक आयोग इसे मंजूरी देता है, तो दिन के समय में सस्ती और रात में महंगी बिजली का सिस्टम लागू हो सकता है।
क्या होगा TOD टैरिफ?
टाइम ऑफ डे टैरिफ के तहत उपभोक्ताओं को दिन के समय (सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक) 20% कम दर पर बिजली मिलेगी, जबकि शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक 20% ज्यादा दर पर बिजली मिलेगी। रात 11 बजे से सुबह 9 बजे तक बिजली सामान्य दर पर दी जाएगी।
स्वैच्छिक विकल्प और सोलर प्लांट से जुड़े लाभ
इस नई योजना के तहत उपभोक्ताओं को इसे अपनाने का विकल्प भी दिया जा सकता है। इसका मतलब है कि जो उपभोक्ता इस टैरिफ में आना चाहेंगे, वे इसका लाभ उठा सकते हैं। साथ ही, सोलर पावर प्लांट लगाने वाले उपभोक्ताओं को नेट मीटरिंग के जरिए पोस्टपेड बिलिंग का लाभ मिलेगा, जिससे उनका बिजली बिल कम हो जाएगा।
कितने उपभोक्ताओं पर होगा असर?
बिहार में कुल 2.7 करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें से 50% ग्रामीण और 33% शहरी उपभोक्ता हैं। यह नई सुविधा खासकर शहरी और सोलर पावर प्लांट इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकती है।
क्यों हो रहा है यह बदलाव?
यह बदलाव इसलिए किया जा रहा है ताकि सोलर एनर्जी को बढ़ावा दिया जा सके। केंद्र और राज्य सरकारें सस्ती ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के लिए सोलर पावर प्लांट लगाने को प्रोत्साहित कर रही हैं। दिन में सोलर प्लांट से मिलने वाली बिजली सस्ती होगी, जबकि रात के समय कोयला आधारित थर्मल पावर की बिजली महंगी होगी।
क्या होगा आगे?
फिलहाल इस योजना को लागू करने में थोड़ा वक्त लग सकता है क्योंकि विद्युत विनियामक आयोग की मंजूरी के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। नवंबर में प्रस्ताव पेश होने की संभावना है, जिसके बाद यह नई व्यवस्था शुरू हो सकती है।
अगर यह लागू हो जाता है, तो बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को समय के अनुसार सस्ती या महंगी बिजली मिलने लगेगी, जिससे उनके बिजली बिल पर सीधा असर पड़ेगा।
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