India Practice Match In Australia: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत चिंताजनक रही है। पर्थ में खेले गए अभ्यास मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। विराट कोहली, शुभमन गिल, ऋषभ पंत समेत टॉप ऑर्डर के अधिकांश खिलाड़ी फ्लॉप हो गए। इस निराशाजनक प्रदर्शन के चलते 22 नवंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले टीम इंडिया के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
पर्थ में अभ्यास मैच: बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
अभ्यास मैच में भारतीय टीम ने मैच जैसे हालात में खुद को तैयार करने की कोशिश की, लेकिन यह तैयारी बल्लेबाजी के लिहाज से निराशाजनक रही।
- यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल: ओपनिंग करने आए यशस्वी जायसवाल ने 15 रन बनाकर अपना विकेट गंवा दिया। वहीं, केएल राहुल अच्छी लय में दिखे, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा की बाउंसर पर चोटिल हो गए और मैदान छोड़ना पड़ा।
- विराट कोहली: कप्तान विराट कोहली ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन अपनी पुरानी कमजोरी पर आउट हो गए। सेकेंड स्लिप में कैच थमाते हुए उन्होंने 15 रन बनाए।
- शुभमन गिल: गिल ने क्रीज पर दो घंटे बिताए, लेकिन संयम खोने के बाद 28 रन बनाकर आउट हो गए।
- ऋषभ पंत: पिछली सीरीज के हीरो ऋषभ पंत भी फ्लॉप रहे। शॉर्ट गेंदों पर संघर्ष करते हुए पंत 19 रन बनाकर बोल्ड हो गए।
गेंदबाजों का प्रदर्शन बना उम्मीद की किरण
India Practice Match In Australia: हालांकि बल्लेबाजों के विपरीत भारतीय गेंदबाजों ने पर्थ में बेहतर प्रदर्शन किया। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा ने कंडीशंस का फायदा उठाते हुए सटीक गेंदबाजी की।
क्यों चिंता का विषय है यह प्रदर्शन?
पर्थ की पिच उछाल और तेज गेंदबाजी के लिए जानी जाती है, और भारतीय बल्लेबाजों का यहां का अनुभव सीमित है।
- टॉप ऑर्डर की नाकामी: जायसवाल, गिल और कोहली का जल्दी आउट होना चिंता का विषय है।
- पंत की कमजोरी: शॉर्ट गेंदों पर पंत का असहज होना आगामी मैचों में परेशानी खड़ी कर सकता है।
- राहुल की चोट: केएल राहुल का चोटिल होना टीम के लिए बड़ा झटका है। उनकी उपलब्धता पर अभी संशय बना हुआ है।
क्या हैं टीम इंडिया के विकल्प?
- राहुल की जगह: यदि राहुल अगले मैच में नहीं खेल पाते, तो ईशान किशन या सूर्यकुमार यादव को मौका मिल सकता है।
- मिडल ऑर्डर में सुधार: कोहली और पंत को अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा।
निष्कर्ष
पर्थ में अभ्यास मैच के नतीजे ने टीम इंडिया के लिए चेतावनी की घंटी बजा दी है। 22 नवंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले बल्लेबाजों को अपनी तकनीक और संयम पर काम करना होगा। गेंदबाजों का प्रदर्शन जरूर सकारात्मक रहा, लेकिन टेस्ट मैच जीतने के लिए बल्लेबाजों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
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