Samastipur News: बेटे के विचार-व्यवहार से परेशान माता-पिता बेटे को सदर अस्पताल लेकर गए, चिकित्सक से परामर्श मांगने पर हाथ लगी बस निराशा
Samastipur News: बिहार के समस्तीपुर जिले में एक माता-पिता ने अपने बेटे को उसके विचार-व्यवहार की वजह से जंजीर से बांधकर सदर अस्पताल ले गए। वे वहां उसके इलाज करवाने पहुंचे थे, लेकिन अस्पताल पहुंचकर होने वाली निराशा ने उन्हें दुखी कर दिया।
इस मामले में यह ज्ञात हुआ कि उस सदर अस्पताल में मानसिक रोगियों का इलाज प्रत्येक सप्ताह के सोमवार और गुरुवार को किया जाता है। माता-पिता ने बताया कि उनके बेटे का व्यवहार अजीब हो रहा है और वे चिंतित थे।
Samastipur News संवाददाता, समस्तीपुर। खानपुर थाना क्षेत्र के शोभन बसंतपुर गांव में मानसिक रूप से विक्षिप्त बेटे को माता-पिता जंजीर से बांधकर इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे।
माता-पिता ने इमरजेंसी वार्ड में मौजूद चिकित्सक से मिलकर सलाह मांगी और अपने संकट का वर्णन किया। डॉक्टर ने उन्हें ओपीडी (आपत्कालिक इलाज) के लिए सोमवार और गुरुवार की सुबह जाने का सुझाव दिया, लेकिन यहां तक कि वहां जाकर उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
इसका कारण यह था कि सदर अस्पताल में हर सप्ताह के सोमवार और गुरुवार को ही मानसिक रोगियों का इलाज किया जाता है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. गिरिश कुमार ने बताया कि ऐसे दिनों पर ही मानसिक और दिव्यांग रोगियों के इलाज की व्यवस्था होती है।
पुत्र को क्या समस्या है?:
20 वर्षीय कुशेश्वर महतो के पुत्र सुदामा कुमार पिछले 20-25 दिनों से अजीब व्यवहार कर रहे हैं, जिसे मानसिक विक्षिप्तता की तरह वर्णित किया जा सकता है। वे कभी-कभी दूसरों पर हमला करने की कोशिश करते हैं और उनके पैरों और हाथों में बंध दिया गया है। पिता का कहना है कि उनके पुत्र की ऐसी आचरण शैली पहले कभी नहीं दिखाई दी।