सीवान – बिहार के सीवान जिले में फिर एक बार जहरीली शराब कांड की खबर सामने आई है। जिले के लकड़ी नवीगंज थाना क्षेत्र में कई लोगों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिली है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, संदिग्ध स्थिति में पांच लोगों की तबीयत खराब हो गई है। इनमें से कुछ लोगों को देखने में परेशानी हो रही है। बीमार व्यक्तियों को तुरंत लकड़ी नवीगंज स्वास्थ्य केंद्र से सीवान के सदर अस्पताल रेफर किया गया। इसी बीच, एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है।
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्थानीय लोग इस घटना के लिए जहरीली शराब को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने फिलहाल शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है। यह घटना जिले के लकड़ी नवीगंज क्षेत्र के नवीगंज गांव की बताई जा रही है।
प्रमुख बिंदु
- घटना स्थल: सीवान, लकड़ी नवीगंज थाना क्षेत्र
- मृतकों की संख्या: 1 की पुष्टि, कई की हालत नाजुक
- संभावित कारण: जहरीली शराब का सेवन
- पिछले मामलों का संदर्भ: पिछले महीने 28 मौतें, इस साल 40 से अधिक मौतें
जहरीली शराब पीने से बिगड़ी तबीयत की आशंका
परिजनों और बीमार व्यक्तियों ने शराब पीने की बात मानी है, और इसमें से दो व्यक्तियों की आंखों की रोशनी कमजोर होने की शिकायत है। सभी बीमार व्यक्तियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल भेजा गया है। डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने बताया कि सुबह से ही मरीजों का अस्पताल में आना शुरू हो गया था, और दो लोगों की आंखों की रोशनी जा चुकी थी। बीमारों ने बताया कि उन्होंने शाम को शराब का सेवन किया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
पिछले महीने की घटना से भी हड़कंप
गौरतलब है कि पिछले महीने भी सीवान जिले के भगवानपुर और लकड़ी नवीगंज में जहरीली शराब पीने से 28 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा, इस महीने के पहले भी छपरा, गोपालगंज, और सीवान में जहरीली शराब के कारण 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उस वक्त सीवान में सबसे ज्यादा मौतें हुई थीं, जिससे राज्य सरकार पर भी राजनीतिक दबाव बढ़ा था।
विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है, और इस बार फिर से घटना के बाद विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि शराबबंदी कानून के बावजूद राज्य में शराब से मौतें होना प्रशासनिक नाकामी को दर्शाता है। वहीं, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है, लेकिन पीड़ित परिवार अब भी डरे हुए हैं और न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
इसे भी पढ़े :-