सीतामढ़ी जिले के किसानों और स्थानीय लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। चार साल से बंद पड़ी रीगा चीनी मिल फिर से चालू होने जा रही है। मिल प्रबंधन ने 20 दिसंबर को मशीनों का ट्रायल रन शुरू कर दिया है। किसानों ने ट्रैक्टर और बैलगाड़ी में गन्ना लाकर मिल परिसर में जमा किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 26 दिसंबर को इस मिल का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
चार साल से बंद चीनी मिल फिर चालू
रीगा चीनी मिल 2019 से बंद थी, जिससे क्षेत्र के किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब इस मिल के दोबारा चालू होने से किसानों को अपना गन्ना आसानी से बेचने का मौका मिलेगा। शुक्रवार, 20 दिसंबर को मशीनों के ट्रायल रन के दौरान किसानों और स्थानीय निवासियों ने इसे लेकर खुशी जताई। ईख निदेशक पीएन पौढियाल और मुख्य महाप्रबंधक पुतुर देव राजुलू ने मिल परिसर में विशेष पूजा-अर्चना कर शुरुआत की।
मशीनों का ट्रायल रन
चीनी मिल में इस बार मशीनों की स्थिति जांचने के लिए ट्रायल रन शुरू किया गया है। इसके लिए किसानों से गन्ना मंगाया गया और मशीनों की कार्यक्षमता का परीक्षण किया गया। मिल प्रबंधन का कहना है कि ट्रायल रन के दौरान अगर किसी मशीन में कोई खामी मिलती है, तो उसे उद्घाटन से पहले ठीक कर लिया जाएगा। मिल के नए प्रबंधन ने धार्मिक मान्यताओं का पालन करते हुए हर मशीन की विधिवत पूजा की।
मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 26 दिसंबर को एक दिवसीय दौरे पर सीतामढ़ी आएंगे। इस दौरान वे रीगा चीनी मिल का उद्घाटन करेंगे और जिले के अन्य विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। उनका कार्यक्रम दोपहर 12:30 बजे से शुरू होगा। सबसे पहले वे शिवहर से हेलीकॉप्टर के जरिए बेलसंड प्रखंड के मधकौल टूटान स्थल का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद 12:50 बजे रीगा चीनी मिल पहुँचकर औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
किसानों की आय में होगी वृद्धि
रीगा चीनी मिल के दोबारा शुरू होने से किसानों को काफी राहत मिलेगी। पहले मिल के बंद होने के कारण किसानों को अपने गन्ने को दूर के बाजारों में ले जाना पड़ता था, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता था। अब वे आसानी से अपना गन्ना मिल में बेच सकेंगे। इसके साथ ही, क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे और आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
रीगा चीनी मिल के दोबारा चालू होने की खबर से स्थानीय लोग बेहद उत्साहित हैं। किसान रमेश यादव ने कहा, “मिल बंद होने से हमें बहुत दिक्कतें थीं। अब यह फिर से चालू हो रही है, जिससे हमारी समस्याएँ खत्म होंगी।” वहीं, स्थानीय निवासी अजय सिंह ने बताया कि यह चीनी मिल सीतामढ़ी जिले की पहचान है और इसके दोबारा चालू होने से पूरे क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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