बिहार की राजनीति में एक बड़ा बयान सामने आया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने नेपाल और पाकिस्तान की मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर ये दोनों देश भारत का हिस्सा होते, तो आज वे समृद्ध और स्थिर होते। चौधरी के इस बयान से Samrat Chaudhary statement on Congress में नई हलचल मच गई है।
नेपाल-पाकिस्तान की अस्थिरता पर कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार
सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों ने पड़ोसी देशों को भारत से अलग कर दिया, जिसका नतीजा आज अस्थिरता और अराजकता के रूप में दिख रहा है। उनका मानना है कि अगर नेपाल भारत का हिस्सा होता, तो वहां शांति और स्थिरता बनी रहती। चौधरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का हाल भी ऐसा ही होता, और वह भी भारत के साथ मिलकर तरक्की की राह पर बढ़ता।
चौधरी ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस की ऐतिहासिक भूलों ने न केवल भारत बल्कि पूरे दक्षिण एशिया को राजनीतिक और आर्थिक असंतुलन की ओर धकेल दिया है। उनका यह बयान Bihar news की सुर्खियों में छा गया है।
बिहार पॉलिटिक्स में कांग्रेस पर बढ़ते हमले
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही कांग्रेस पर विपक्ष के हमले तेज हो रहे हैं। सम्राट चौधरी का यह बयान साफ करता है कि भाजपा कांग्रेस को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। उन्होंने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस की नीतियों को समझें और देखें कि किस तरह इन गलत फैसलों ने भारत और पड़ोसी देशों के भविष्य को प्रभावित किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। आने वाले महीनों में Bihar politics में इस मुद्दे पर गरमागरम बहस देखने को मिल सकती है।
बिहार विधानसभा चुनाव और बदलता सियासी माहौल

बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हर पार्टी अपनी रणनीति तैयार कर रही है। सम्राट चौधरी का बयान भाजपा के वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वजह से भारत और पड़ोसी देशों को दशकों तक अस्थिरता का सामना करना पड़ा है।
इसी बीच, Bihar Assembly Election के मद्देनज़र अन्य दल भी अपने-अपने एजेंडे लेकर मैदान में हैं। जनता अब यह देख रही है कि कौन-सी पार्टी बिहार के विकास और स्थिरता को लेकर ठोस कदम उठाती है।
सम्राट चौधरी का बढ़ता कद और भविष्य की राजनीति
बिहार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर Samrat Chaudhary लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं। उनके बयानों से साफ है कि वे न सिर्फ बिहार बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों पर भी खुलकर अपनी राय रखते हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आने वाले चुनावों में उनका कद और बढ़ सकता है।
नेपाल के मौजूदा हालात और पाकिस्तान की अस्थिरता का मुद्दा उठाकर चौधरी ने यह दिखा दिया है कि भाजपा कांग्रेस के खिलाफ ऐतिहासिक फैसलों को भी चुनावी हथियार बनाने से पीछे नहीं हटेगी।
नतीजा और आगे की रणनीति
बिहार की सियासत में यह बयान लंबे समय तक गूंज सकता है। भाजपा कांग्रेस पर हमले तेज कर सकती है, वहीं कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा। जनता अब यह तय करेगी कि विकास और स्थिरता के लिए किस पार्टी की नीतियां ज्यादा कारगर साबित हो सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार की राजनीति में यह मुद्दा आने वाले समय में बड़े चुनावी एजेंडे में शामिल हो सकता है। समय बताएगा कि यह बयान भाजपा को चुनावी फायदा दिला पाता है या नहीं।
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