Samastipur Musrigharari road accident: समस्तीपुर-मुसरीघरारी मुख्य पथ पर सोमवार की देर शाम लगातार दो सड़क हादसे हुए। पहले एक मैजिक मालवाहक गाड़ी पलट गई और कुछ ही घंटों बाद रात में एक ट्रक भी असंतुलित होकर पलट गया। घटना के बाद सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। स्थानीय पुलिस ने क्रेन मंगाकर दोनों गाड़ियों को हटवाया और यातायात बहाल किया।
Run-down road और waterlogging बन रहे हादसों की वजह

इस मार्ग पर हादसों की मुख्य वजह run-down road, जगह-जगह waterlogging और सड़क पर पर्याप्त रोशनी की कमी है। कई बार वाहन चालक अंधेरे में डिवाइडर को नहीं देख पाते और गाड़ी पलट जाती है। यही कारण है कि इस रास्ते पर लगभग हर सप्ताह छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से इस सड़क की स्थिति बेहद खराब है। बारिश के दिनों में गड्ढों और पानी से गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है। लोगों ने प्रशासन से बार-बार मरम्मत की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
हादसों का असर आम लोगों पर
समस्तीपुर से मुसरीघरारी और आगे दरभंगा जाने वाले यात्रियों को इस तरह की घटनाओं के कारण लगातार परेशानी झेलनी पड़ रही है। दुर्घटना होने पर घंटों जाम लगता है और एम्बुलेंस सहित अन्य वाहनों की आवाजाही प्रभावित होती है।
व्यापारी और विद्यार्थी भी इस मार्ग से रोजाना गुजरते हैं। गाड़ियों के पलटने से न केवल जान-माल का नुकसान होता है बल्कि यातायात ठप होने से लोगों के कामकाज और पढ़ाई पर भी असर पड़ता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सड़क की मरम्मत और उचित इंडिकेटर लगाने से हादसों की संख्या कम हो सकती है।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
हादसे के बाद स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। क्रेन बुलाकर सड़क खाली करवाई गई। हालांकि, यह सवाल लगातार उठ रहा है कि जब इस मार्ग पर रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं, तो स्थायी समाधान क्यों नहीं निकाला जा रहा।
पुलिस और प्रशासन ने कई बार सड़क सुरक्षा सप्ताह और जागरूकता अभियान चलाए हैं। लेकिन लोगों का मानना है कि जब तक सड़क की मूल समस्या हल नहीं होगी, तब तक हादसे थमने वाले नहीं हैं।
स्थानीय लोगों की मांग और समाधान की उम्मीद
ग्रामीणों और यात्रियों की मांग है कि इस सड़क को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। जल निकासी की व्यवस्था सुधारी जाए और डिवाइडर पर रिफ्लेक्टर और लाइट लगाई जाएं। इसके अलावा ट्रकों और भारी वाहनों की गति सीमा तय की जाए ताकि हादसों में कमी आ सके।
समस्तीपुर जिले के लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन अब गंभीरता से इस मुद्दे पर ध्यान देगा। क्योंकि यह मार्ग न केवल समस्तीपुर और मुसरीघरारी को जोड़ता है, बल्कि दरभंगा और पटना जाने वाले यात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण कड़ी है।
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