Mount Everest in Bihar: बिहार के मधुबनी जिले का छोटा सा शहर जयनगर इन दिनों चर्चा में है। कारण है — यहां के लोगों ने अपनी छतों से दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट (Mount Everest in Bihar) का दीदार किया। साफ मौसम के दौरान सूर्योदय और सूर्यास्त के समय लोगों ने हिमालय की बर्फीली चोटियों को चमकते देखा। यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग और सोशल मीडिया यूज़र्स दोनों हैरान रह गए।
बिहार में छत से दिखा माउंट एवरेस्ट
हाल ही में बिहार के जयनगर में लोगों ने अपनी छतों से बर्फ से ढके हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan Range) और माउंट एवरेस्ट का दृश्य देखा। यह वही इलाका है जो नेपाल की सीमा से सटा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, कम प्रदूषण और साफ आसमान के कारण ये दुर्लभ नज़ारा संभव हो सका।

मई 2020 के लॉकडाउन के दौरान भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आई थीं, जब बिहार के सीतामढ़ी जिले के लोगों ने हिमालय की चोटियों को पहली बार साफ देखा था। इस बार भी “बिहार में छत से दिखने लगा माउंट एवरेस्ट” सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। Twitter और Instagram पर #MountEverestFromBihar हैशटैग से हजारों पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं।
क्यों दिखता है माउंट एवरेस्ट बिहार के जयनगर से
जयनगर नेपाल की सीमा पर स्थित एक ऐतिहासिक और भौगोलिक रूप से खास शहर है। यहां से नेपाल के पहाड़ों की दूरी मात्र 150–200 किलोमीटर के बीच है। जब हवा साफ होती है, और वायु में नमी या कोहरा नहीं होता, तब दूर स्थित पर्वत चोटियां साफ दिखाई देती हैं। Bihar Mount Everest के इस नज़ारे ने यह साबित कर दिया कि प्रकृति की सुंदरता सिर्फ नेपाल तक सीमित नहीं, बल्कि बिहार से भी उसका आनंद लिया जा सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह फिनोमिना “Atmospheric Refraction” और “Low Air Pollution Index” के कारण संभव होता है।
कब और कैसे दिखता है ये नजारा
विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर आसमान साफ रहे और सूर्य की किरणें कोहरे से न टकराएँ, तो सूर्योदय से लगभग एक घंटा पहले और सूर्यास्त से एक घंटा बाद तक माउंट एवरेस्ट की चमकती चोटियां देखी जा सकती हैं। जयनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में यह दृश्य चैत-बैसाख से लेकर कार्तिक माह तक देखने को मिलता है। इसी वजह से कई फोटोग्राफर और नेचर लवर्स अब इस जगह की यात्रा की योजना बना रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी इस अनोखी घटना को “Nature Tourism Opportunity” के रूप में प्रमोट करने की योजना बनाई है।
जयनगर की पहचान और पर्यटन की संभावना
जयनगर सिर्फ माउंट एवरेस्ट के दीदार के लिए नहीं, बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी प्रसिद्ध है। यह नेपाल की एकमात्र रेलवे लाइन का शुरुआती स्टेशन है और कमला नदी के किनारे बसा हुआ है। अगर राज्य सरकार इस दृश्य को प्रमोट करे तो यह जगह “Eco & Mountain View Tourism Hub” बन सकती है। इससे न केवल बिहार का नाम विश्व पटल पर चमकेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
यह भी पढ़ें:- Bihar Election 2025 Date Out: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखें घोषित, पटना की 14 सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग
यह भी पढ़ें:- Bihar Election 2025: भागलपुर में 2678 मतदान केंद्र बनाए गए, जानिए कब और कैसे होगा मतदान!