JAMUI: शिवहर से विधायक चेतन आनंद ने बुधवार की रात जमुई में चिराग पासवान पर जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान पिक एंड यूज़ की पॉलिसी पर काम करते हैं और शिवहर आना उन्हें उचित नहीं लगता। चेतन आनंद ने यह भी कहा कि जब वे चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं, तो चिराग पासवान जानबूझकर शिवहर नहीं आते हैं। इस दौरान, उन्होंने चिराग के बारे में कई आरोप भी लगाए।
चेतन आनंद ने कहा, “चिराग पासवान पिक एंड यूज़ की पॉलिसी पर काम करते हैं। जब चार जगह चुनाव होते हैं, तो एक जगह पर जानबूझकर नहीं जाते हैं। मेरी पत्नी लवली आनंद जब चुनाव लड़ीं, तो उन्होंने सभी क्षेत्रों में प्रचार किया था, लेकिन शिवहर आने का उन्हें मन नहीं था।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चिराग ने अपनी हेलीकॉप्टर की बुकिंग समय से पहले की, लेकिन तय समय पर नहीं पहुंचे।
चिराग के जीजा पर भड़के चेतन आनंद
चेतन आनंद ने जमुई सांसद अरुण भारती के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उनके ऊपर चुप रहना बेहतर है। उन्होंने कहा, “जो बातें अरुण भारती ने कही हैं, आनंद मोहन के बारे में उनसे पहले उनकी मां ज्योति से पूछना चाहिए। जब उनकी मां चुनाव लड़ीं, तो बिहार पीपुल्स पार्टी ने उनके खिलाफ किसी को उम्मीदवार नहीं उतारा था। बिहार के सभी नेता जानते हैं कि जब अटल जी को एक वोट की जरूरत थी, तब आनंद मोहन ने एक वोट देने का काम किया था।”
“हम किसी की गीदड़ भभकी से नहीं डरते”
चेतन आनंद ने यह भी कहा कि “किसी की धमकी या गीदड़ भभकी से हम नहीं डरते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में जब बिहार में सरकार गिरने की स्थिति थी, तो आनंद मोहन, लवली आनंद और उन्होंने मिलकर सरकार को बचाने का काम किया था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके सवाल साधारण और मर्यादित थे, लेकिन किसी ने मर्यादा तोड़ी।
चिराग के आरोप पर चेतन आनंद का जवाब
चिराग पासवान ने हाल ही में यह बयान दिया था कि आनंद मोहन नीतीश कुमार की कृपा पर जेल से बाहर निकले थे और वह अब सक्रिय नहीं हैं। साथ ही, उन्होंने चेतन आनंद के बारे में यह भी कहा था कि यह बताएं कि वह महागठबंधन का हिस्सा हैं या एनडीए के। इस पर चेतन आनंद ने जवाब दिया कि वह अपने राजनीतिक विचार स्पष्ट कर चुके हैं और किसी के दबाव में नहीं आते।
चेतन आनंद का परिचय
चेतन आनंद, पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे हैं और आरजेडी से बगावत कर शिवहर से विधायक बने हैं। वे वेल्हम बॉयज़ स्कूल के पूर्व छात्र हैं और अपने पिता की रिहाई के लिए अभियान चला चुके हैं। इस समय वे राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और बिहार की राजनीति में अपनी पहचान बना रहे हैं।
यह राजनीतिक विवाद बिहार में एक नया मोड़ ले रहा है, जहां चेतन आनंद और चिराग पासवान के बीच की राजनीति अब सार्वजनिक रूप से उजागर हो गई है।
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