समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के आतापुर गांव में शुक्रवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 25 वर्षीय युवक का शव फंदे से लटका हुआ मिला, जिसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। परिजनों ने इस घटना को हत्या का मामला बताते हुए दो स्थानीय लोगों पर आरोप लगाया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और एक युवक को हिरासत में भी लिया है।
मृतक की पहचान और घटना की जानकारी
मृतक की पहचान आतापुर गांव के वार्ड संख्या 12 निवासी स्वर्गीय शिवशंकर प्रसाद सिंह के पुत्र धनंजय कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि छोटू का शव उसके डेरे में पंखे से लटका मिला। प्रारंभिक जांच में मृतक के गले पर रस्सी के निशान पाए गए, जो इस बात का संकेत देते हैं कि उसकी हत्या कर शव को फंदे से लटकाया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थानाध्यक्ष निशा भारती पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। बाद में रोसड़ा एसडीपीओ सोनल कुमारी भी मौके पर पहुंची और परिजनों से बातचीत कर मामले की छानबीन की।
परिवार का आरोप: विवाद में की गई हत्या
मृतक के परिजनों का दावा है कि गांव के ही दो लोगों से छोटू का कुछ दिन पहले विवाद हुआ था, जिसके बाद उन दोनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। परिवार का कहना है कि इसी विवाद के कारण उनकी हत्या की गई है। घटनास्थल पर इकट्ठा हुई भीड़ से पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है ताकि पूछताछ कर मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
छोटू सिंह की जिंदगी और उसका रहन-सहन
स्वर्गीय शिवशंकर सिंह के दो बेटों में छोटू सबसे छोटा था और रहठी बाहा के पास अपने डेरे में रहता था। पहले वह यहां एक डीपो संचालित करता था, लेकिन फिलहाल उसका कारोबार बंद था। वह मुर्गा फार्म का निर्माण करवा रहा था और इसी कारण रात में डेरे पर ही सोता था। गुरुवार की रात भी वह यहीं सोया हुआ था, लेकिन शुक्रवार की सुबह उसका शव फंदे से लटका मिला।
आखिरी मुलाकात और संदिग्ध स्थिति
मृतक के बड़े भाई मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार रात करीब 8 बजे उसकी छोटू से मुलाकात हुई थी। उस वक्त छोटू के साथ गांव के ही दो युवक थे। छोटू ने अपने भाई से डेरा की चाबी गेट पर छोड़ देने को कहा था। रात में जब परिवार ने उसे खाने के लिए बुलाया, तो उसने बताया कि वह हसनपुर बाजार में भोज कर चुका है और कहा कि सब लोग सो जाएं। शुक्रवार सुबह छठ घाट पर जाने के लिए फोन किया गया तो छोटू का फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद परिवार के सदस्य डेरे पर पहुंचे, जहां से ताला बंद मिला। जैसे ही वे सीढ़ी के सहारे अंदर घुसे, छोटू का शव पंखे से लटका मिला।
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सैंपल किए इकट्ठा
रोसड़ा एसडीपीओ सोनल कुमारी की पहल पर फोरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया। डॉ. संजीव अग्रवाल के नेतृत्व में फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और कुछ नमूने इकट्ठा किए, ताकि आगे की जांच में मदद मिल सके।
गांव में शोक और गुस्से का माहौल
छोटू सिंह की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है। वहीं, परिवार और ग्रामीणों में गुस्सा भी देखा जा रहा है। परिजन और गांववाले इस घटना को हत्या का मामला मान रहे हैं और दो लोगों पर आरोप लगा रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि कुछ दिनों पहले ही छोटू का उन लोगों से झगड़ा हुआ था, जिसमें उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी।
पुलिस की कार्रवाई और डीएसपी का बयान
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी सोनल कुमारी ने बताया कि युवक का शव पंखे से लटका हुआ मिला है, और परिजन इसे हत्या का मामला मान रहे हैं। जांच के लिए पूरन सिंह विभाग की टीम भी बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस सभी संभावनाओं पर जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ताकि मौत का सही कारण पता लगाया जा सके।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
इस घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि यह आत्महत्या है या हत्या। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और हिरासत में लिए गए युवक से भी पूछताछ जारी है। पुलिस यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि मामले के सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जाए ताकि सच सामने आ सके।
समस्तीपुर के इस दर्दनाक मामले ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस और फोरेंसिक टीम की जांच के बाद ही इस रहस्य से पर्दा उठ पाएगा कि छोटू सिंह की मौत का असली कारण क्या है।
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